बसंत पंचमी पर करें ये उपाय और पाएं मां सरस्वती की कृपा
वसंत पंचमी का यह शुभ अवसर कई लोगों के जीवन में सुखद परिवर्तन लेकर आता है। जो भी व्यक्ति इस दिन पीली वस्तुएं, पीला भोजन, और मां सरस्वती की पूजा करता है, उसके जीवन से दरिद्रता मिट जाती है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस वीडियो में और भी जानकारी दी गई है और जानकारी के लिए देखते रहें धर्म ज्ञान।

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सनातन धर्म में बसंत पंचमी का एक खास महत्व है। हर साल फरवरी में बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस बार भी बसंत पंचमी फरवरी महीने में ही मनाई जाएगी लेकिन महाकुंभ के अमृत स्नान की वजह से एक संशय की स्थिति हो गई है कि इस बार बसंत पंचमी दो फरवरी को मनाई जाएगी या फिर तीन फरवरी कोक्योंकि कैलेंडर में जहां दो फरवरी को बसंत पंचमी की तारीख बताई गई तो वहीं महाकुंभ के मुताबिक तीन फरवरी। ऐसे में क्या इस बार बसंत पंचमी दो दिन मनाई जाएगी ? किस मुहूर्त में होगी सरस्वती पूजा ? किन उपायों से बरसेगी मां सरस्वती की कृपा ? जानने के लिए देखते रहिये धर्म ज्ञान…
इस बार बसंत पंचमी का पर्व दो दिन मनाया जायेगा और इसे लेकर लोगों के मन में कई सारे सवाल भी उठ रहे है लेकिन हम आपके सावलों को सुलझाते है और बताते है कि इस बार बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त बहुत ही खास होने वाला है 144 सालों के बाद महाकुंभ का दुर्लभ संयोग बन रहा है ऐसे में इस बार महाकुंभ का चौथा अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन किया जायेगा तो चलिए जान लेते है सरस्वती पूजन और महाकुंभ अमृत स्नान के शुभ मुहूर्त के बारे में आपको बता दें कि हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार..
वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त
• शुभ मुहूर्त 2 फरवरी सुबह 9:14 से 3 फरवरी सुबह 6:52 तक रहेगा
• वसंत पंचमी में सरस्वती पूजन 2 फरवरी को होगा
• 3 फरवरी के ब्रह्म मुहूर्त में महाकुंभ का अमृत स्नान होगा
• पूजा-अर्चना का शुभ मुहूर्त 2 फरवरी सुबह 7:09 बजे से दोपहर 12:35 तक रहेगा
• बसंत पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
• पीले कपड़े पहनकर मां सरस्वती के मंदिर जाएं और मीठे फल, पीले फूल, और खीर चढ़ाएं
• सरस्वती माता की पूजा करें और प्रसाद को बांट दें
• इससे आपके जीवन में सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे
हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी का महत्व
कहते है इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था , भगवान ब्रह्मा ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण किया था, ये पर्व हिन्दू धर्म के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, ये माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पंचमी तीथी पर मनाई जाती है इस दिन से बसंत के महीने का आगमन होता है रंग-बिरंगी पतंगे उड़ाई जाती है पीले वस्त्र पहने जाते है , पीला भोजन खाया जाता है और पीली वस्तुएं दान की जाती है इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है बच्चो को माता की पूजा और अराधरना करनी चाहिए इससे उनकी ज्ञान में वृद्धी होगी और इस बार बसंत पंचमी का मुहूर्त बहुत ही शुभ है करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में आकर इस शुभ अवसर पर अमृत स्नान करेंगे और अपने सुखद जीवन की मनोकामना करेंगे, जो किसी कारण वश प्रयागराज महाकुंभ में नही जा पायेंगे वो पानी में गंगा जल डाल कर स्नान कर सकते है इसके बाद कुछ और उपायों के बारे में जान लेते है।
वसंत पंचमी पर करें ये उपाय
• मां सरस्वती की पूजा करें
• पीले फूल दान करें
• मीठे फल और पीला भोजन दान करें
• मां सरस्वती के इस मंत्र का जाप करें “ॐ सरस्वत्यै नमः”
• जरूरतमंद बच्चों को पेंसिल, किताबें दान करें
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महाकुंभ के चौथे अमृत स्नान पर इस बार करोड़ो की संख्या में लोग स्नान करने महाकुंभ आयेंगे और सुबह-सुबह त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे स्नान करके अपने भाग्य को बदलेंगे लेकिन अगर आप विवाहित हैं और महाकुंभ में नही जा सकती तो भगवान विष्णु की पूजा करें और दूसरी महिलाओं को श्रृंगार भेंट करने अपके पति की आयु में वृद्धि होगी परिवार में सुख शांति बनी रहेगी.. इसके साथ ही इस दिन आप गाय को भोजन भी दें इससे भगवान प्रसन्न होते है।