सोने-चांदी की कीमतों में जोरदार गिरावट, जानें अब क्या चल रहा भाव?
सोना और चांदी दोनों की कीमतों में हाल ही में गिरावट आई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इनकी चमक खत्म हो गई है. सोने और चांदी ने पूरे साल में अच्छा रिटर्न दिया है और विशेषज्ञ मानते हैं कि लंबी अवधि में ये फिर से अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.
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Today Gold Price: ग्लोबल बाजार में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. मंगलवार को सोने की कीमत में 5% से ज्यादा की बड़ी गिरावट दर्ज हुई, जो पिछले पांच सालों में सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट मानी जा रही है. बुधवार को भी ये गिरावट जारी रही और हाजिर सोना 0.4% गिरकर $4109.19 प्रति औंस पर पहुंच गया. सोमवार को सोना $4381.21 प्रति औंस के अपने लाइफटाइम हाई पर था, यानी सिर्फ दो दिनों में सोने की कीमत 6% से ज्यादा टूट चुकी है.
घरेलू बाजार में भी सोना लुढ़का, अब 128,000 रुपये प्रति 10 ग्राम
भारत के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है. कुछ दिन पहले सोना ₹132,294 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था, लेकिन अब यह ₹128,000 प्रति 10 ग्राम तक आ चुका है. यानी, ₹4294 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आ चुकी है. यह गिरावट करीब 3% मानी जा रही है. विश्लेषकों का कहना है कि यह गिरावट बाजार में पहले आई रिकॉर्ड तेजी के बाद मुनाफावसूली की वजह से आई है. यानी निवेशकों ने ऊंचे भाव पर सोना बेचकर मुनाफा कमा लिया.
अब भी साल में 60% रिटर्न दे चुका है सोना
भले ही अभी सोने की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन पूरे साल की बात करें तो अब तक सोना करीब 60% तक का रिटर्न दे चुका है. यह रिटर्न ज्यादातर अन्य निवेश विकल्पों से ज्यादा है। यानी सोने में जिन्होंने शुरुआत में निवेश किया था, उन्हें अच्छा फायदा हुआ है. लेकिन अब जब भाव बहुत ऊंचे हो चुके थे, तो कई निवेशकों ने मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया है, जिससे कीमतें नीचे आई हैं.
ग्लोबल वजहें भी बनीं कीमतों में गिरावट का कारण
सोने की कीमतों में आई इस गिरावट के पीछे कुछ अंतरराष्ट्रीय कारण भी हैं. जैसे, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार संबंधों में सुधार के संकेत, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताओं में संभावित सकारात्मक परिणाम. इसके अलावा, डॉलर मजबूत होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती को टालने की अटकलों ने भी सोने पर दबाव डाला है. जब वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता घटती है, तो लोग सोने जैसे सेफ हेवन में निवेश करना कम कर देते हैं.
चांदी में भी बड़ी गिरावट, दो दिनों में 8,100 रुपये टूटी
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी जोरदार गिरावट देखी गई है. 21 अक्टूबर को चांदी की कीमतें एक ही दिन में 8% गिर गईं और इसका असर भारत में भी दिखा. दो दिन में चांदी ₹8100 प्रति किलो तक सस्ती हो गई है और इसका मौजूदा भाव ₹1,63,900 प्रति किलो के आसपास है. ग्लोबल मार्केट में भी चांदी $48.11 प्रति औंस पर आ गई है, जो 2021 के बाद से एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट मानी गई है.
चांदी की गिरावट के पीछे भी कई कारण
चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे कई वजहें हैं. सबसे पहली वजह है, अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना. दूसरी वजह - अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को अभी और लंबे समय तक ऊंचा रखने की संभावना. तीसरी वजह यह है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर एनर्जी सेक्टर, जहाँ चांदी की मांग सबसे ज्यादा होती है, वहां फिलहाल इंडस्ट्रियल डिमांड में कमी आई है. इसके चलते चांदी की कीमतों पर दबाव बना है. हालांकि, गिरावट के बावजूद चांदी अभी भी ऊंचे स्तर पर बनी हुई है.
कीमतें गिरीं, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों को चिंता की जरूरत नहीं
सोना और चांदी दोनों की कीमतों में हाल ही में गिरावट आई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इनकी चमक खत्म हो गई है . सोने और चांदी ने पूरे साल में अच्छा रिटर्न दिया है और विशेषज्ञ मानते हैं कि लंबी अवधि में ये फिर से अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं. फिलहाल जो गिरावट देखी जा रही है, वह मुनाफावसूली और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं की वजह से है. अगर आप निवेशक हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगले कुछ दिनों तक बाजार पर नजर रखना समझदारी होगी.
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