दिल्ली एयरपोर्ट के रनवे 28/10 पर ब्रेक: जानिए उड़ानों पर क्या पड़ेगा असर
रनवे 28/10 की अस्थायी बंदी से कुछ यात्रियों को असुविधा हो सकती है, लेकिन इसका उद्देश्य एयरपोर्ट की संचालन क्षमता को भविष्य के लिए और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाना है.

Brake on Delhi Airport Runway: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर यात्रियों और एयरलाइनों को जून से सितंबर के बीच कुछ असुविधा का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि एयरपोर्ट के एक रनवे को इस दौरान अस्थायी रूप से बंद करने की योजना बनाई जा रही है. यह निर्णय रनवे की तकनीकी अपग्रेडेशन के लिए लिया गया है, जिससे भविष्य में कम दृश्यता वाली परिस्थितियों में विमान संचालन और भी सुरक्षित और सुगम हो सकेगा.
रनवे 28/10 रहेगा बंद, किया जाएगा CAT III-B ILS से लैस
IGI एयरपोर्ट के चार रनवे में से एक – रनवे 28/10 – को जून के मध्य से सितंबर के मध्य तक बंद रखा जाएगा. इसका कारण है, इस रनवे पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) को CAT III-B स्तर पर अपग्रेड करना. यह तकनीक विशेष रूप से कम विजिबिलिटी यानी घने कोहरे जैसी स्थितियों में विमानों को सुरक्षित लैंडिंग में मदद करती है. दिल्ली में सर्दियों के दौरान ऐसा मौसम आम है, और यह अपग्रेड विमानों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने में सहायक होगा.
फ्लाइट्स पर प्रभाव कम रखने की तैयारी
इस अस्थायी बंदी के दौरान उड़ानों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है. केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू ने जानकारी दी कि मंत्रालय एयरलाइनों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि रनवे की अस्थायी अनुपलब्धता के कारण फ्लाइट शेड्यूल पर न्यूनतम असर हो.
पिछली बार अप्रैल में जब रनवे को अस्थायी रूप से बंद किया गया था, तो सिर्फ चार सप्ताह में ही उसे दोबारा खोलना पड़ा क्योंकि बाकी तीन रनवे इतने यातायात को संभाल नहीं सके थे. उस समय फ्लाइट शेड्यूल बुरी तरह प्रभावित हुआ था.
कितनी उड़ानों पर पड़ेगा असर?
रिपोर्ट्स के अनुसार, रनवे बंद होने के दौरान प्रतिदिन लगभग 50 उड़ानें रद्द की जाएंगी और इतनी ही अन्य उड़ानों को ऑफ-पीक घंटों में स्थानांतरित किया जाएगा. यानी कुल मिलाकर करीब 100 फ्लाइट्स के संचालन समय या योजना में बदलाव होगा.
फिलहाल IGI एयरपोर्ट पर चार रनवे और दो परिचालन टर्मिनल हैं – T1 और T3। T2 टर्मिनल फिलहाल रखरखाव के कारण बंद है. ऐसे में तीन रनवे और दो टर्मिनलों के सहारे करीब 1,400 दैनिक उड़ानों को समायोजित करने की चुनौती पहले भी देखी जा चुकी है.
अंतिम समय की परेशानी से बचाने की योजना
एयरपोर्ट और नागरिक उड्डयन मंत्रालय यात्रियों को अंतिम समय में किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए पहले से संशोधित उड़ान कार्यक्रम (रिवाइज्ड फ्लाइट शेड्यूल) जारी करने की योजना पर काम कर रहे हैं. इससे एयरलाइनों को पहले से जानकारी मिल सकेगी और वे अपनी योजना के अनुसार फ्लाइट्स को एडजस्ट कर सकेंगी.
अस्थायी असुविधा, स्थायी समाधान की ओर कदम
हालांकि रनवे 28/10 की अस्थायी बंदी से कुछ यात्रियों को असुविधा हो सकती है, लेकिन इसका उद्देश्य एयरपोर्ट की संचालन क्षमता को भविष्य के लिए और अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाना है. CAT III-B अपग्रेडेशन एक महत्वपूर्ण तकनीकी कदम है, जिससे विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में विमानों की समय पर लैंडिंग सुनिश्चित की जा सकेगी. मंत्रालय और एयरपोर्ट प्रबंधन का प्रयास रहेगा कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो और संचालन यथासंभव सामान्य बना रहे.