Apple के नए AirPods और स्मार्ट ग्लासेस में होगा कैमरा, जानें क्या होगा बदलाव!
Apple अपने स्मार्ट ग्लासेस और AirPods में कैमरा और माइक्रोफोन जोड़ने की योजना बना रहा है. कंपनी का उद्देश्य इन गैजेट्स के माध्यम से एक पूरी नई तकनीकी क्रांति लाना है, जिसमें कैमरा और सेंसर यूज़र के आसपास के माहौल को स्कैन करके रियल-टाइम में AI को डेटा देंगे.

Apple बहुत लंबे समय से अपने स्मार्ट ग्लासेस और स्मार्ट एयरपॉड्स पर काम कर रहा है, और अब कंपनी अपने आगामी प्रोडक्ट्स के लिए एक नई दिशा में कदम बढ़ा रही है. हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Apple अपने स्मार्ट ग्लासेस और AirPods में कैमरा और माइक्रोफोन जोड़ने की योजना बना रहा है. कंपनी का उद्देश्य इन गैजेट्स के माध्यम से एक पूरी नई तकनीकी क्रांति लाना है, जिसमें कैमरा और सेंसर यूज़र के आसपास के माहौल को स्कैन करके रियल-टाइम में AI को डेटा देंगे. हालांकि, यह पूरी तरह से AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) एक्सपीरियंस नहीं देगा, फिर भी यह उपयोगकर्ताओं को एक स्मार्ट और इंटेलिजेंट अनुभव देने में सक्षम होगा.
Apple का स्मार्ट ग्लास प्रोजेक्ट: N50 कोडनेम और नई दिशा
Apple के स्मार्ट ग्लास प्रोजेक्ट को वर्तमान में 'N50' कोडनेम से डेवलप किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत, कंपनी का लक्ष्य स्मार्ट ग्लासेस को "Apple Intelligence" का असली उदाहरण बनाना है. इनमें लगे कैमरा और सेंसर यूज़र के आसपास के माहौल को स्कैन करेंगे और रियल-टाइम में AI को डेटा प्रदान करेंगे. हालांकि, इन चश्मों में पारंपरिक AR हेडसेट्स जैसा अनुभव नहीं होगा, फिर भी यह स्मार्ट तकनीक उपयोगकर्ताओं को नई तरह का अनुभव प्रदान करेगी.
इसमें जो कैमरा और सेंसर इंटीग्रेट किए जा रहे हैं, उनका मुख्य उद्देश्य यूज़र के आस-पास की दुनिया को समझना और उसी के आधार पर इंटेलिजेंट प्रतिक्रियाएं देना है. उदाहरण के लिए, ये स्मार्ट ग्लासेस यूज़र को उसकी दुनिया से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी रियल-टाइम में प्रदान कर सकते हैं .
स्मार्ट ग्लासेस में देरी: तकनीकी चुनौतियाँ और विकास प्रक्रिया
हालांकि Apple के स्मार्ट ग्लासेस के बारे में चर्चा तेज़ हो गई है, लेकिन यह प्रोजेक्ट अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है और बाज़ार में आने में कुछ समय लग सकता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, Apple को स्मार्ट ग्लासेस के लिए हल्के वजन, दमदार फीचर्स, बेहतर बैटरी लाइफ और स्टाइलिश डिज़ाइन के बीच सही संतुलन बनाने में चुनौतियाँ आ रही हैं. ये गैजेट्स न केवल स्मार्ट होने चाहिए, बल्कि उपयोगकर्ताओं के लिए आरामदायक और आकर्षक भी होने चाहिए.
इसके अलावा, स्मार्ट ग्लासेस के डेवलपमेंट में कम से कम 3 से 5 साल का वक्त लग सकता है, और इस दौरान Apple इन चश्मों में सुधार करता रहेगा। इन चश्मों की डिजाइन और तकनीकी इंटीग्रेशन को लेकर काफी विचार-विमर्श चल रहा है, ताकि ये उपयोगकर्ताओं के लिए पूरी तरह से व्यावहारिक और उपयोगी हों.
Apple AirPods में कैमरा: नया स्मार्ट अनुभव
Apple अपने AirPods को भी एक नई दिशा में विकसित कर रहा है. कंपनी अब AirPods में कैमरा इंटीग्रेशन पर काम कर रही है। इन नए AirPods में बाहरी दिशा की तरफ देखने वाले इंफ्रारेड कैमरे लगाए जाएंगे. ये कैमरे पारंपरिक कैमरे नहीं होंगे, बल्कि iPhone के Face ID सेंसर जैसी इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करेंगे.
इन कैमरों का मुख्य काम यूज़र के आसपास के वातावरण का डेटा इकट्ठा करना और उसे AI सिस्टम को भेजना होगा. इससे उपयोगकर्ताओं को अधिक पर्सनल और इंटरएक्टिव अनुभव मिल सकेगा.उदाहरण के लिए, ये कैमरे स्पैशियल ऑडियो को बेहतर बनाएंगे, जिससे यूज़र को ध्वनि की गहरी और तीन-आयामी अनुभूति होगी। इसके अलावा, यूज़र हैंड जेस्चर से म्यूजिक कंट्रोल कर सकेंगे, कॉल उठा सकेंगे, और AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) एक्सपीरियंस का आनंद ले सकेंगे.
कैमरा लगे AirPods की लॉन्चिंग: कब आएंगे ये नए गैजेट्स?
Apple के कैमरा लगे AirPods का मास प्रोडक्शन 2026 या 2027 तक शुरू होने की संभावना है. यानि इन नए और स्मार्ट गैजेट्स के लिए हमें कुछ साल और इंतज़ार करना पड़ेगा. इस समय के दौरान, Apple इन गैजेट्स को और भी बेहतर बनाने की दिशा में काम करेगा। एंटरप्राइज और कंज्यूमर टेक्नोलॉजी दोनों ही क्षेत्रों में इन स्मार्ट डिवाइस का एक अलग स्थान हो सकता है.
दूसरी ओर, Meta पहले ही बाज़ार में स्मार्ट ग्लासेस लॉन्च कर चुका है. 2023 में Meta ने Ray-Ban के साथ मिलकर अपने स्मार्ट ग्लासेस लॉन्च किए थे. अब कंपनी भारत में भी इन स्मार्ट ग्लासेस को लॉन्च करने की योजना बना रही है, जिससे Apple को अपने स्मार्ट ग्लासेस के लिए एक कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है.