8th Pay Commission: कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, फिटमेंट फैक्टर से तय होगी नई सैलरी, 25-30% तक हो सकती है बढ़ोतरी!
आठवें वेतन आयोग की घोषणा से करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को एक बड़ी राहत की उम्मीद जगी है. भले ही इसके नियम और प्रक्रिया अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन यदि इसे समय पर लागू किया जाता है तो यह देश के सरकारी वर्ग के लिए एक बड़ा आर्थिक सुधार साबित हो सकता है. अब सबकी नजरें सरकार की ओर टिकी हैं कि कब आयोग का गठन होता है और कब इसे लागू किया जाता है.
Follow Us:
8th Pay Commission: अगर आप खुद केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं या आपके परिवार में कोई केंद्रीय कर्मचारी या पेंशनर है, तो आने वाली खबर आपको बेहद राहत पहुंचा सकती है. हाल ही में एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि अगर आठवां वेतन आयोग (8th Pay Commission) लागू होता है, तो केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों की सैलरी और पेंशन में 30 से 34 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है. इस फैसले का फायदा लगभग 1.1 करोड़ लोगों को मिलेगा, जिनमें 44 लाख कर्मचारी और 68 लाख पेंशनर्स शामिल हैं.
क्या है आठवें वेतन आयोग की स्थिति?
फिलहाल आठवें वेतन आयोग की घोषणा हो चुकी है, लेकिन इसकी प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है. सरकार ने अब तक चेयरमैन की नियुक्ति या आयोग के सदस्यों और नियमों की घोषणा नहीं की है. यह आयोग बनने के बाद, सिफारिशों की रिपोर्ट तैयार करेगा और फिर सरकार की मंजूरी के बाद इसे लागू किया जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि जनवरी 2026 से यह वेतन आयोग लागू हो सकता है, लेकिन अगर प्रक्रिया में देरी हुई तो यह वित्त वर्ष 2026-27 (FY 2026-27) तक भी टल सकता है.
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है और इसका असर कैसे पड़ेगा?
वेतन आयोग में सबसे अहम भूमिका फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की होती है। यह एक गुणांक (multiplier) होता है, जिसकी मदद से पुराने बेसिक वेतन को नए वेतन में बदला जाता है. आठवें वेतन आयोग में यह 1.83 से 2.46 के बीच होने की संभावना जताई जा रही है.
अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹20,000 है और फिटमेंट फैक्टर 2 तय किया जाता है, तो नया वेतन सीधे ₹40,000 हो जाएगा. यह सिर्फ बेसिक सैलरी की बात है, बाकी भत्ते भी इसी अनुपात में बढ़ेंगे.
किसे मिलेगा फायदा और कितना?
आठवें वेतन आयोग के लागू होने से सरकारी नौकरी करने वालों के वेतन, पेंशनर्स की मासिक पेंशन, और रिटायरमेंट से जुड़े अन्य फायदे सीधे प्रभावित होंगे. खासतौर पर महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) जैसी सुविधाओं में भी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है. हालांकि, पेंशनर्स को HRA या TA जैसे भत्ते नहीं मिलते, लेकिन उनकी पेंशन में मुख्य रूप से बेसिक पे और DA के जरिए बढ़ोतरी होगी.
पिछले वेतन आयोगों में कितना हुआ था फायदा?
छठे वेतन आयोग (2006) में कुल वेतन और भत्तों में 54% की बढ़ोतरी हुई थी. सातवें वेतन आयोग (2016) के तहत कर्मचारियों के बेसिक वेतन में 14.3% की सीधी बढ़ोतरी की गई थी और कुल भत्तों के साथ मिलाकर यह बढ़ोतरी 23% तक पहुंची थी. इस हिसाब से देखा जाए, तो अगर आठवें वेतन आयोग में 30-34 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है, तो यह पहले की तुलना में काफी बेहतर मानी जाएगी.
कैसे तय होती है सरकारी कर्मचारियों की सैलरी?
किसी सरकारी कर्मचारी की सैलरी कई हिस्सों में बंटी होती है:
बेसिक सैलरी (Basic Pay)
महंगाई भत्ता (DA)
मकान किराया भत्ता (HRA)
यात्रा भत्ता (TA)
अन्य भत्ते व लाभ
पहले बेसिक सैलरी, कुल वेतन का लगभग 65% हुआ करती थी, लेकिन अब यह घटकर 50% के आसपास रह गई है. यही वजह है कि जब बेसिक सैलरी बढ़ती है, तो उसके साथ सारे भत्ते भी बढ़ जाते हैं, जिससे कुल सैलरी पैकेज में बड़ा अंतर आता है.
आठवें वेतन आयोग की घोषणा से करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को एक बड़ी राहत की उम्मीद जगी है. भले ही इसके नियम और प्रक्रिया अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन यदि इसे समय पर लागू किया जाता है तो यह देश के सरकारी वर्ग के लिए एक बड़ा आर्थिक सुधार साबित हो सकता है. अब सबकी नजरें सरकार की ओर टिकी हैं कि कब आयोग का गठन होता है और कब इसे लागू किया जाता है.
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement