लंदन पहुंचे पीएम मोदी, एयरपोर्ट पर ऐसा क्या हुआ जो बोले- 'मैं अभिभूत हूं'?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर ब्रिटेन की राजधानी लंदन पहुंचे चुके है. भारी संख्या में प्रवासी भारतीय तिरंगे हाथ में लिए हुए भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारों के साथ उनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर लंदन पहुंचे, जहां प्रवासी भारतीयों ने तिरंगे और मोदी-मोदी के नारों के साथ उनका भावनात्मक स्वागत किया. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर इस स्नेह को उत्साहवर्धक बताया. यह उनकी चौथी ब्रिटेन यात्रा है, जो ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर हो रही है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर ब्रिटेन की राजधानी लंदन पहुंचे चुके है. भारी संख्या में प्रवासी भारतीय तिरंगे हाथ में लिए हुए भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारों के साथ उनका स्वागत करने के लिए सड़क किनारे खड़े थे. यह दृश्य न केवल भावनात्मक था, बल्कि यह भी बताता है कि विदेश में रह रहे भारतीय आज भी अपनी मातृभूमि के प्रति उतना ही समर्पित हैं जितना भारत में रहने वाले नागरिक. प्रधानमंत्री मोदी ने भी पूरे अपनत्व और नम्रता के साथ लोगों का अभिवादन स्वीकार किया. हाथ जोड़कर और मुस्कान के साथ उन्होंने सभी का धन्यवाद किया.
Landed in London.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
This visit will go a long way in advancing the economic partnership between our nations. The focus will be on furthering prosperity, growth and boosting job creation for our people.
A strong India-UK friendship is essential for global progress. pic.twitter.com/HWoXAE9dyp
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया संदेश
पीएम मोदी ने लंदन पहुंचने के बाद एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "ब्रिटेन में भारतीय समुदाय द्वारा दिए गए गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं अभिभूत हूं. भारत की प्रगति के प्रति उनका स्नेह और जुनून सचमुच उत्साहवर्धक है." यह ट्वीट न सिर्फ भावनात्मक रूप से जुड़ाव दिखाता है, बल्कि यह संकेत भी देता है कि प्रधानमंत्री हर उस भारतीय से जुड़े हैं, चाहे वह देश के भीतर हो या सात समंदर पार.
प्रधानमंत्री की चौथी ब्रिटेन यात्रा
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन की चौथी आधिकारिक यात्रा है, जो 23-24 जुलाई तक चलेगी. इस बार उन्हें नव-निर्वाचित ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने औपचारिक निमंत्रण दिया था. प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा को भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ते रणनीतिक और आर्थिक संबंधों की दृष्टि से एक ऐतिहासिक अवसर मानते हैं. उन्होंने अपनी यात्रा को “आर्थिक साझेदारी और रोजगार सृजन को गति देने वाली पहल” बताया है. पीएम मोदी के अनुसार, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है.
भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की दिशा में बड़ा कदम
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा में भारत और ब्रिटेन के बीच चल रही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) वार्ताओं को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है. यह समझौता न केवल व्यापार और निवेश के रास्ते खोलेगा, बल्कि इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को नई ऊर्जा मिलेगी. दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते पहले से ही मजबूत हैं, लेकिन एफटीए से यह सहयोग एक व्यवस्थित और पारदर्शी रूप लेगा. इससे भारत को ब्रिटिश बाजारों में और ब्रिटेन को भारतीय बाज़ारों में बेहतर पहुंच मिलेगी.
Touched by the warm welcome from the Indian community in the UK. Their affection and passion towards India’s progress is truly heartening. pic.twitter.com/YRdLcNTWSS
— Narendra Modi (@narendramodi) July 23, 2025
रणनीतिक साझेदारी के नए अध्याय
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और कीर स्टार्मर व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership - CSP) की समीक्षा करेंगे. इसमें व्यापार, तकनीक, नवाचार, रक्षा, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच आपसी संबंधों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी. भारत और ब्रिटेन के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग, खासकर अत्याधुनिक तकनीक और साइबर सुरक्षा को लेकर, तेजी से बढ़ रहा है. पीएम मोदी की यह यात्रा इस सहयोग को और गहरा करने का अवसर बनेगी.
वैश्विक मुद्दों पर भी होगी चर्चा
पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श होगा. इसमें रूस-यूक्रेन युद्ध, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की स्थिरता, आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति, और जलवायु संकट जैसे ज्वलंत विषय शामिल हो सकते हैं. इन चर्चाओं से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि भारत अब वैश्विक मंच पर एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है, और ब्रिटेन जैसे देशों के साथ मिलकर एक स्थायी और समावेशी भविष्य की दिशा में अग्रसर है.
पीएम मोदी की किंग चार्ल्स से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा के दौरान ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स से मुलाकात भी प्रस्तावित है. यह मुलाकात न केवल औपचारिकता का हिस्सा है, बल्कि यह भारत और ब्रिटेन के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक भी है. ब्रिटिश राजशाही और भारतीय लोकतंत्र के बीच संवाद और सम्मान का यह संबंध दोनों देशों के नागरिकों के बीच सद्भाव बढ़ाने में मदद करता है.
अगले पड़ाव की ओर बढ़ते कदम
ब्रिटेन यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी 2 दिवसीय यात्रा पर मालदीव जाएंगे. यह यात्रा भी रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की "सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन" (SAGAR) नीति का अहम हिस्सा है. इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी की इस संपूर्ण विदेश यात्रा की रूपरेखा केवल द्विपक्षीय संबंधों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत की वैश्विक रणनीतिक सोच का विस्तार है.
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बताते चले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह ब्रिटेन यात्रा एक साधारण राजनयिक यात्रा नहीं, बल्कि दो लोकतांत्रिक शक्तियों के बीच एक नई साझेदारी की नींव रखने का प्रयास है. इससे न केवल आर्थिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दोनों देशों के लोगों के बीच विश्वास, सहयोग और संवाद का स्तर भी ऊंचा होगा. यह यात्रा दिखाती है कि भारत अब सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की दिशा में बढ़ रही ताकत है और यह भी कि जब नेतृत्व दूरदृष्टि वाला हो, तो हर दौरा इतिहास लिख सकता है.
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