रूस के न्यूक्लियर प्लांट पर यूक्रेन का बड़ा हमला... स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ पर एक साथ दागे 95 ड्रोन, कई उड़ानों पर लगी रोक, फ्यूल टर्मिनल को भारी नुकसान
यूक्रेन ने रूस पर बड़ा ड्रोन हमला किया है. इस हमले में रूस के न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाया गया है, जिसकी वजह से कई जगहों पर भारी नुकसान की खबर सामने आ रही है.
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रूस-यूक्रेन के बीच जंग रुकवाने को लेकर भारत से लेकर अमेरिका तक अपनी कोशिशों में लगे हुए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि दोनों ही देशों ने कसम खा रखी है कि यह जंग अब कभी थमने वाली नहीं है. इस बीच रविवार को यूक्रेन के ड्रोन हमले से रूस दहल गया है. यह हमला डोनाल्ड ट्रंप के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि हाल ही में उन्होंने यूक्रेन के प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति से मुलाकात कर इस युद्ध को रुकवाने की बड़ी पहल की थी. खबरों के मुताबिक, यूक्रेन ने रूस के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में से एक कुर्क न्यूक्लियर प्लांट पर हमला किया है, जिसकी वजह से रिएक्टर की क्षमता में भारी गिरावट आई है. इस हमले के बाद फ्यूल एक्सपोर्ट टर्मिनल में भीषण आग देखने को मिली है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस हमले की जानकारी दी है.
रूस ने 95 ड्रोनों को मार गिराया
रूस के रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 24 अगस्त को 12 से अधिक रूसी क्षेत्रों में यूक्रेन के 95 ड्रोनों को मार गिराया गया. यह हमला उस समय हुआ, जब यूक्रेन 1991 में सोवियत संघ से स्वतंत्रता की घोषणा की वर्षगांठ मना रहा था. बताया जा रहा है कि यूक्रेन की सीमा से करीब 60 किमी दूर कुर्क परमाणु संयंत्र प्रशासन की ओर से हवाई सुरक्षा ने एक ड्रोन को तबाह कर दिया. लेकिन उसके विस्फोट से सहायक ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसके चलते रिएक्टर नंबर-3 की परिचालन क्षमता में 50 प्रतिशत तक की बड़ी गिरावट सामने आई है.
ड्रोन हमले से लगी आग में हताहत की कोई सूचना नहीं
रूस के संयंत्र प्रशासन ने बताया है कि विकिरण स्तर सामान्य है. इस ड्रोन हमले से लगी आग में कोई भी हताहत नहीं हुआ. हालांकि, रिएक्टर फिलहाल बिजली उत्पादन नहीं कर रहा है, इनमें एक की मरम्मत जारी है. वहीं फिनलैंड की खाड़ी से लगभग एक हजार किलोमीटर उत्तर में रूस के उत्तरी लेनिनग्राद क्षेत्र स्थित उस्त-लुगा बंदरगाह के ऊपर कम से कम 10 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए गए.
फ्यूल टर्मिनल की ओर जाता दिखा एक ड्रोन
कई रूसी टेलीग्राम चैनलों ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक ड्रोन सीधे फ्यूल टर्मिनल की ओर जाता दिखाई दे रहा है. वहीं आसमान में आग का विशाल और गोला काले धुएं का गुबार भी फैलते हुए दिख रहा है. इस हमले को लेकर रूस के लेनिनग्राद क्षेत्र के गवर्नर अलेक्जेंडर ड्रोज़्डेंको ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड और आपातकालीन सेवाएं काम कर रही हैं.
आखिर कितना अहम है उस्त-लुगा फ्यूल टर्मिनल?
साल 2013 में शुरू हुआ यह गैस परिसर कंडेनसेट को हल्के और भारी नेफ्था, जेट ईंधन, फ्यूल ऑयल और गैसोइल में प्रोसेस करता है. यह प्लांट रूस के लिए काफी महत्वपूर्ण है. यहां से कंपनी तेल उत्पादों और गैस कंडेनसेट को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने की सुविधा देता है. इस प्रमुख जगह से नोवाटेक चीन, सिंगापुर, ताइवान और मलेशिया जैसे एशियाई देशों के लिए नेफ्था और इस्तांबुल को सप्लाई के लिए जेट ईंधन का उत्पादन करता है.
कई फ्लाइट पर रोक लगाई गईं
रूस के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि लेनिनग्राद क्षेत्र के पुलकोवो एयरपोर्ट सहित कई एयरपोर्ट पर रातभर उड़ानें घंटों तक रोक दी गईं. यूक्रेनी ड्रोन हमले में दक्षिणी शहर सिज़रान के एक औद्योगिक केंद्र भी हमले का शिकार हुआ है, जिसमें एक बच्चा घायल हुआ.
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