हवा में धधक उठा विमान का इंजन... डेल्टा एयरलाइंस की फ्लाइट को करनी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग
विमान पहले प्रशांत महासागर की दिशा में गया, फिर डाउनी और पेरामाउंट इलाकों के ऊपर से घूमते हुए वापसी की. इस दौरान विमान की ऊचाई और स्पीड स्थिर बनी रही और सभी सेफ्टी चेकलिस्ट्स को फॉलो किया गया. लैंडिंग के वक्त इमरजेंसी क्रूज पहले से तैयार थे. उन्होंने पुष्टि की कि आग पर काबू पा लिया गया. अच्छी बात ये रही कि फ्लाइट में मौजूद किसी भी पैसेंजर या क्रू मेंबर को कोई चोट नहीं पहुंची.
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लॉस एंजेलिस से अटलांटा जा रही डेल्टा एयर लाइन्स की फ्लाइट DL446 शुक्रवार को एक बड़े हादसे से बाल-बाल बच गई जब टेकऑफ के कुछ ही देर बाद उसके बाएं इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं. यात्रियों और ग्राउंड स्टाफ के लिए यह एक बेहद भयावह क्षण था, लेकिन पायलट्स की तत्परता और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ बेहतरीन तालमेल ने इस स्थिति को काबू में लाने में बड़ी भूमिका निभाई. यह विमान बोइंग 767-400 मॉडल का था, जिसकी उम्र करीब 24 साल बताई जा रही है और इसका रजिस्ट्रेशन नंबर N836MH है.
टेकऑफ के बाद तुरंत दिखी इंजन में गड़बड़ी
Aviation A2Z की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही फ्लाइट ने टेकऑफ किया, पायलट्स को इंजन में आग लगने के संकेत मिले. जमीन से खींचे गए वीडियो फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि विमान के बाएं इंजन से आग की चिंगारियां और लपटें निकल रही थीं. स्थिति को गंभीर समझते हुए पायलट्स ने फौरन इमरजेंसी डिक्लेयर कर दी और विमान को लॉस एंजेलिस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर वापस लाने का फैसला लिया.
कैसे हुआ विमान की सुरक्षित लैंडिंग का संचालन?
टेकऑफ के बाद विमान पहले प्रशांत महासागर की दिशा में बढ़ा. इसके बाद वह डाउनी और पेरामाउंट जैसे इलाकों के ऊपर से चक्कर लगाते हुए धीरे-धीरे एयरपोर्ट की ओर लौटा. इस दौरान ऊंचाई और स्पीड नियंत्रित रखी गई और विमान की सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं को फॉलो किया गया. लैंडिंग के दौरान एयरपोर्ट पर इमरजेंसी क्रू पहले से तैनात थे. उन्होंने आग पर तुरंत काबू पाया. राहत की बात यह रही कि इस पूरे हादसे में किसी यात्री या क्रू मेंबर को कोई चोट नहीं आई.
डेल्टा और FAA की प्रतिक्रिया
डेल्टा एयर लाइन्स के प्रवक्ता ने BBC से बातचीत में कहा, "फ्लाइट DL446 को इंजन में तकनीकी समस्या के बाद वापस लाया गया. यह एक मानक सुरक्षा प्रक्रिया है और पायलट्स ने शानदार तरीके से स्थिति को संभाला." साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है और जांच के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी. वहीं अमेरिका की Federal Aviation Administration (FAA) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. यह विमान General Electric CF6 इंजन से लैस है, जिसकी गुणवत्ता को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं.
पहले भी सामने आ चुकी है ऐसी घटना
गौर करने वाली बात यह है कि डेल्टा एयर लाइन्स के साथ यह इस साल दूसरी बार ऐसा हादसा हुआ है. इससे पहले 1 जनवरी 2025 को डेल्टा की फ्लाइट DL105 को अटलांटा से ब्राजील के साओ पाउलो जाते समय बीच रास्ते से लौटना पड़ा था. उस समय भी टेकऑफ के कुछ ही मिनटों के भीतर विमान के बाएं इंजन में आग लग गई थी. यह सिलसिला डेल्टा की मेंटेनेंस नीति और इंजन सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है.
यात्रियों ने जताया डर और राहत
फ्लाइट में मौजूद कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर इस अनुभव को साझा किया. एक यात्री ने लिखा, "टेकऑफ के वक्त ऐसा लगा जैसे कुछ ब्लास्ट हो गया हो. थोड़ी ही देर में हमें बताया गया कि इंजन में आग है. लेकिन पायलट्स और क्रू ने बेहद प्रोफेशनल तरीके से सब संभाला. शुक्र है हम सभी सुरक्षित हैं." इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि आपातकालीन हालात में पायलट्स का प्रशिक्षण और सूझबूझ कितनी अहम होती है.
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बताते चलें कि डेल्टा एयर लाइन्स की यह घटना भले ही बड़ी दुर्घटना में नहीं बदली, लेकिन इसने एयरलाइन्स इंडस्ट्री के भीतर उड़ान से पहले तकनीकी जांच की अहमियत को एक बार फिर सामने रखा है. हजारों फीट ऊपर जब एक छोटी सी चूक जानलेवा बन सकती है, तब हर छोटी गड़बड़ी को नजरअंदाज करना किसी भी एयरलाइन्स के लिए भारी पड़ सकता है. FAA की जांच से यह उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए और बेहतर सुरक्षा मानक तय किए जाएंगे.