Advertisement

रूस का यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला, दागे 728 ड्रोन... NATO ने पोलैंड सीमा पर तैनात किए फाइटर जेट

तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला हुआ है, जब रूस ने एक साथ 728 ड्रोन और मिसाइलें यूक्रेन पर दागीं. राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे ‘अभूतपूर्व’ हमला बताते हुए कहा कि दुश्मन के कई टारगेट्स को इंटरसेप्टर ड्रोन और फायर यूनिट्स की मदद से नष्ट किया गया

10 Jul, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
06:19 AM )
रूस का यूक्रेन पर सबसे बड़ा हमला, दागे 728 ड्रोन... NATO ने पोलैंड सीमा पर तैनात किए फाइटर जेट

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. तीन साल से चल रही इस लड़ाई में पहली बार ऐसा देखने को मिला है ,जब रूस ने एक साथ 728 ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग कर यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है. इस हमले ने सिर्फ यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को नहीं बल्कि उसके सैन्य सप्लाई चैन को भी हिला कर रख दिया है. रूस की यह कार्रवाई न सिर्फ एक सैन्य हमला है बल्कि यह संकेत भी देती है कि युद्ध को अब और लंबा खींचने की तैयारी की जा रही है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जताई चिंता
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने इस हमले को ‘अभूतपूर्व’ बताया. उनके मुताबिक रूस ने एक साथ 300 से अधिक ईरानी Shahed ड्रोन, 13 मिसाइलें और सैकड़ों डिकोय ड्रोन का इस्तेमाल किया. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की वायुसेना और मोबाइल फायर यूनिट्स ने दुश्मन के दर्जनों टारगेट्स को नष्ट कर दिया. उन्होंने बताया कि यूक्रेन अब इंटरसेप्टर ड्रोन तकनीक को और मजबूत कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से निपटा जा सके.

लुत्स्क में तबाही का मंजर
रूस के इस हमले में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा लुत्स्क, जो पोलैंड की सीमा के पास स्थित है. यह शहर यूक्रेनी सेना के लिए रणनीतिक रूप से अहम एयरफिल्ड्स का केंद्र है. रूस का मकसद स्पष्ट है. यूक्रेन को पश्चिमी देशों से मिलने वाली हथियारों की सप्लाई को बाधित करना. यूक्रेन के कुल 11 क्षेत्रों में यह हमला हुआ जिसमें ख्मेलनित्सकी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कीव में दो लोग घायल हुए. यह हमला सिर्फ भौतिक क्षति नहीं पहुंचाता बल्कि मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनाता है, खासकर जब हमला लगातार गहराई में किया जाए.

नाटो ने दिखाई तत्परता
जानकारी देते चलें कि जैसे ही रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, नाटो सदस्य पोलैंड ने अपनी हवाई सुरक्षा को अलर्ट मोड पर डाल दिया. पोलिश सेना ने अपने फाइटर जेट्स को तुरंत तैनात किया ताकि किसी भी संभावित सीमा उल्लंघन का जवाब दिया जा सके. यह कदम इस बात का संकेत है कि अब यह जंग सिर्फ रूस और यूक्रेन तक सीमित नहीं रही. पश्चिमी देशों की सैन्य सतर्कता यह दर्शाती है कि यूरोप की सुरक्षा के लिए यह युद्ध कितना गंभीर हो चुका है.

रूसी रक्षा मंत्रालय ने मानी जिम्मेदारी
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है. उनके अनुसार, यूक्रेनी हवाई अड्डों और सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाया गया और सभी तय लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा गया. रूस की इस स्वीकारोक्ति से यह स्पष्ट होता है कि यह हमला योजनाबद्ध और सटीक तरीके से अंजाम दिया गया. विश्लेषकों का मानना है कि यह रूस की उस नई रणनीति का हिस्सा है जो यूक्रेन की रक्षा प्रणाली को थकाने और कमजोर करने पर केंद्रित है.

अमेरिका फिर से करेगा हथियारों की आपूर्ति
यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब अमेरिका ने कुछ ही दिन पहले यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई पर अस्थायी रोक लगाई थी. लेकिन अब वाशिंगटन ने फिर से कुछ अहम हथियारों की डिलीवरी शुरू कर दी है. हालांकि, अमेरिका के नेतृत्व में चल रही शांति वार्ताएं फिलहाल ठप पड़ी हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में पुतिन से असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि रूस युद्धविराम के लिए अपनी शर्तों से पीछे हटने को तैयार नहीं है. यह बयान यह दर्शाता है कि वैश्विक ताकतें भी इस युद्ध को रोकने में अब तक सफल नहीं हो पाई हैं.

डिकोय ड्रोन का बढ़ता इस्तेमाल
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अब डिकोय ड्रोन की संख्या बढ़ा रहा है जो यूक्रेन के रडार को भटकाने और वास्तविक मिसाइलों से पहले भ्रम पैदा करने का काम करते हैं. यह रणनीति यूक्रेन की एयर डिफेंस को थकाने और संसाधनों को बर्बाद करने का एक साधन बन गई है. इससे यह भी जाहिर होता है कि रूस अब तकनीकी स्तर पर भी लड़ाई को अगले स्तर पर ले जा रहा है.

यह भी पढ़ें

बताते चलें कि तीन साल की लड़ाई के बाद भी कोई ठोस हल नहीं निकल पाया है. रूस ने जिस तरह से यह हमला किया है, वह न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन है बल्कि राजनीतिक संदेश भी है. यूक्रेन की स्थिति पहले से अधिक जटिल हो गई है और पश्चिमी देशों की भूमिका अब निर्णायक होती जा रही है. अगर स्थिति ऐसे ही बनी रही तो आने वाले महीनों में यह युद्ध और भी भयानक रूप ले सकता है. शांति की उम्मीदें फिलहाल धुंधली नजर आ रही हैं, और युद्ध का कोहरा और गहराता जा रहा है.

Tags

Advertisement

टिप्पणियाँ 0

Advertisement
Podcast video
'मुसलमान प्रधानमंत्री बनाने का प्लान, Yogi मारते-मारते भूत बना देंगे इनका’ ! Amit Jani
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें