मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद फिर रच रहा नई साजिश, पाकिस्तान के शहरों में करवा रहा आतंकियों की रैली
मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने अपने प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के जरिए पाकिस्तान की सेना के प्रति आभार जताया है.

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की गोद में पल रहे आतंकी संगठनों के आकाओं में खलबली है. इन संगठनों से आतंकियों का बिखराव ना हो, इसको लेकर अब इन संगठनों के प्रमुखों ने रैलियों का सहारा लिया है. इसी कड़ी में मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने अपने प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के सहारे रैली के जरिए पाकिस्तान की सेना के प्रति अपना आभार जताया है.
दरअसल, पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग ने देश के 50 से अधिक शहरों में पाक आर्मी के प्रति अपने समर्थन व्यक्त करने के लिए रैलियां आयोजित कीं. पार्टी की सभाएं संघीय, पंजाब और सिंध सरकारों के समर्थन से आयोजित की गई हैं. इनमें से सबसे ज्यादा रैलियां पंजाब प्रांत के शहरों में आयोजित हुईं. इस दौरान एक रैली में पीएमएमएल के अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु ने कहा “यौम-ए-तकबीर के दिन (28 मई) पूरा देश पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, क्योंकि 27 साल पहले यानी 1998 में पाकिस्तान परमाणु शक्ति बना.” इस्लामाबाद, लाहौर और कराची जैसे शहरों में ये रैलियां हुई.
रैली में शामिल हुआ पहलगाम का मास्टरमाइंड
पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग की भारत विरोधी इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सैफुल्लाह कसूरी भी शामिल हुआ. कसूरी ही पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है. इस रैली में उसने कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले का आरोपी मुझे माना जा रहा है. अब मेरा नाम पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया है.” बता दें की कसूरी लंबे समय से भारत के विरोध में हो रही तमाम गतिविधियों में शामिल रहा है. इन रैलियों में हाफ़िज सईद का बेटा तल्हा सईद भी शामिल हुआ था.
आतंकवाद पर नहीं मान रहा पाकिस्तान
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने कायराना हरकत करते हुए 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दिया था. इस हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए करारा जवाब दिया. इस कार्रवाई में पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों को सेना ने पूरी तरह तबाह कर दिया. इस दौरान 100 से अधिक आतंकवादियों की मौत हुई थी. इसके बाद आतंकियों के जनाजे में सेना और सरकार के अधिकारी शामिल हुए. जिसकी तस्वीरों से यह बता दिया कि पाकिस्तान की सरकार और सेना किस प्रकार आतंकवाद का समर्थन करती है. हालांकि फिर भी पाकिस्तान सुधरने का नाम ले रहा है.