Advertisement

‘गो होम ब्राउन...’, ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय पर थम नहीं रहे नस्लभेदी हमले, हिंदू मंदिरों-रेस्टोरेंट्स पर लिखी गईं नस्लीय गालियां, दी गई धमकी

ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में फिर से हिंदू समुदाय पर नस्लीय हमले का मामला सामने आया है। यहां के बोरोनिया में डहर्स्ट ड्राइव स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया और उस पर लाल रंग से नस्लीय संदेश और गालियां लिखी गईं। इसके अलावा कुछ दिन पहले भी भारतीय लोगों पर निशाना बनाकर हमला किया गया और उन्हें नस्लभेदी शब्दों से नवाजा गया.

Image: Swami Narayan Temple/ Australia Today

ऑस्ट्रेलिया में भारतीय लोगों, हिंदू मंदिरों और भारतीय संस्कृति से जुड़े प्रतिष्ठानों पर हो रहे हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामले में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत में एक प्रमुख हिंदू मंदिर पर हाल ही में हुए नस्लीय हमले ने वहां रह रहे भारतीय समुदाय के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है. दरअसल श्री स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर 'गो होम' जैसे स्लोगन और 'ब्राउन' जैसे नस्लभेदी शब्द लिखे गए, जिसके बाद लोगों में फिर से डर का माहौल व्याप्त हो गया है. कहा जा रहा है कि यह कृत्य एक समुदाय विशेष को निशाना बनाकर किया गया. 

एक मंदिर और दो रेस्टोरेंट पर लिखी गईं नस्लभेदी गालियां
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पास के दो एशियाई रेस्टोरेंट की दीवारों पर भी उसी तरह की नफरत भरी बातें लिखी गई थीं. घटना की पुष्टि करते हुए विक्टोरिया पुलिस ने बताया कि वह बोरोनिया में हुई चार संबंधित घटनाओं की जांच कर रही है, जिनमें एक मंदिर और दो रेस्टोरेंट शामिल हैं.

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट 'द ऑस्ट्रेलिया टुडे' ने पुलिस के हवाले से कहा, "पुलिस 21 जुलाई को बेजवॉटर और बोरोनिया में स्लोगनों से जुड़े मामलों की जांच कर रही है. अनुमान है कि माउंटेन हाईवे पर स्थित एक हीलिंग सेंटर के सामने रातभर कुछ अपमानजनक शब्द लिखे गए थे. इसके कुछ ही देर बाद, बोरोनिया में वाडहर्स्ट ड्राइव पर सुबह लगभग साढ़े नौ बजे एक मंदिर पर अपशब्द लिखे पाए गए. बोरोनिया रोड पर दो रेस्टोरेंट में इस तरह की चीजें देखी गईं."

ऑस्ट्रेलियाई हिंदू परिषद का आया बयान
ऑस्ट्रेलियाई हिंदू परिषद के विक्टोरिया चैप्टर के अध्यक्ष मकरंद भागवत ने सोमवार सुबह हुई इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, "मंदिर को घृणित शब्दों से नुकसान पहुंचाते देखना स्वयंसेवकों और श्रद्धालुओं, दोनों के लिए हृदय विदारक है. हमारा मंदिर शांति, भक्ति और एकता का केंद्र है." विक्टोरिया की प्रीमियर, जैसिंटा एलन ने भी इस घटना की निंदा की और इसे घृणास्पद और नस्लवादी बताया. 

भारतीयों पर हो रहे हमले
इस से पहले एडिलेड में एक भारतीय छात्र पर नस्लीय रूप से प्रेरित हमला किया गया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया. 23 जुलाई को चरणप्रीत सिंह जब अपनी पत्नी के साथ बाहर थे, उन पर धारदार हथियारों से कुछ लोगों ने हमला कर दिया. सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल है, जिसमें पांच लोगों का एक ग्रुप अपनी गाड़ी से बाहर आकर बिना किसी उकसावे के चरणप्रीत सिंह की पिटाई करने लगा. इस बीच उन्हें नस्लभेदी शब्द भी कहे गए.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →