ऑपरेशन सिंदूर से रूस-यूक्रेन तक, डोनाल्ड ट्रंप ने गिनाए ‘शांति के कारनामे’
व्हाइट हाउस कैबिनेट रूम में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके नेतृत्व में कई अंतर्राष्ट्रीय झगड़े कभी नहीं होते. उन्होंने पहले ही आठ लड़ाइयां खत्म कर दी हैं, जिनमें दक्षिण एशिया से जुड़ी लड़ाइयां भी शामिल हैं.
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप काफी समय से दावा करते आ रहे हैं कि उन्होंने कई युद्धों को रुकवाया है. आलम ये है कि उन्होंने खुद के लिए शांति का नोबल पुरस्कार की मांग भी कर दी थी. ट्रंप इस बात का भी लगातार दावा कर रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच उन्होंने ही सीजफायर करवाया. एक बार फिर से उन्होंने युद्ध रुकवाने के शानदार रिकॉर्ड पर जोर देते हुए भारत और पाकिस्तान का जिक्र किया.
ट्रंप ने फिर अलापा दुनिया में युद्ध खत्म करवाने का अलाप
व्हाइट हाउस कैबिनेट रूम में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनके नेतृत्व में कई अंतर्राष्ट्रीय झगड़े कभी नहीं होते. उन्होंने पहले ही आठ लड़ाइयां खत्म कर दी हैं, जिनमें दक्षिण एशिया से जुड़ी लड़ाइयां भी शामिल हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनके विदेश नीति के रिकॉर्ड में उन इलाकों में संकटों को खत्म करना शामिल है जो भारतीय और दक्षिण एशियाई लोगों के लिए बहुत मायने रखते हैं. उन्होंने कहा, "हमने आठ युद्ध खत्म किए. सोचिए, आठ युद्ध. बाकी आठ युद्धों का क्या, भारत, पाकिस्तान... मैंने कितने युद्ध खत्म किए."
रूस-यूक्रेन युद्ध पर फिर दोहराया दावा
उन्होंने उदाहरण दिया कि उनके राष्ट्रपति रहते हुए अमेरिकी नेतृत्व ने कई वैश्विक क्षेत्रों में समीकरण बदल दिए. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पूर्वी यूरोप में संघर्ष पर जोर देकर कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध अगर मैं राष्ट्रपति होता तो कभी नहीं होता. ट्रंप ने यह पहले भी कहा है. इसके साथ ही सरकार बनने से पहले उन्होंने दावा किया था कि राष्ट्रपति बनते ही वह एक दिन में इस युद्ध को खत्म करवा देंगे.
उन्होंने कहा, "हमारे लोग अभी रूस में हैं यह देखने के लिए कि क्या हम इसे सुलझा सकते हैं. मुझे उन सभी लोगों की परवाह है जो मर रहे हैं. पिछले महीने रूस और यूक्रेन के बीच 27,000 लोग मारे गए."
‘अमेरिका फिर से मजबूत और सम्मानित है’
ट्रंप ने विदेश में स्थिरता को अमेरिकी ताकत के नए दौर से जोड़ा. उन्होंने कहा, "अमेरिका फिर से मजबूत और इज्जतदार है. दुनिया के मंच पर हमारी सच में इज्जत है. मैं नाटो में गया था और वे मुझे यूरोप का राष्ट्रपति कह रहे थे."
नोबेल शांति पुरस्कार का दावा
उन्होंने कहा, "हर बार जब मैं कोई युद्ध खत्म करता हूं तो वे कहते हैं, 'अगर राष्ट्रपति ट्रंप उस युद्ध को खत्म करते हैं, तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलेगा.' एक पुराने विजेता ने कहा था, ट्रंप नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं."
उपराष्ट्रपति और विदेश मंत्री ने किया समर्थन
वहीं उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ट्रंप की बात का समर्थन करते हुए कहा कि जो बाइडेन और डेमोक्रेट्स ने जो किया, वर्तमान सरकार उसे ठीक करने के लिए काम कर रही है.
इसके अलावा, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट मार्को रुबियो ने 2025 को दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद से अमेरिकी विदेश नीति में सबसे बड़ा बदलाव लाने वाला साल बताया.
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रुबियो ने कहा कि ट्रंप हर फैसले में अमेरिका को सबसे आगे रखते हैं और उन्हें रूस और यूक्रेन के बीच सीजफायर पर बातचीत को आगे बढ़ाने का क्रेडिट दिया.
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