ट्रंप के ‘शांति प्रस्ताव’ पर संकट... नेतन्याहू के आदेश पर इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर बरसाए बम, 26 की मौत, कई घायल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘गाजा शांति प्रस्ताव’ के बाद बना युद्धविराम कुछ ही दिनों में कमजोर पड़ गया है. इजरायल ने गाजा पट्टी पर जोरदार बमबारी की, जिसमें दो लोगों की मौत और चार घायल हुए. बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आदेश पर हुई, जिन्होंने हमास पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘गाजा शांति प्रस्ताव’ पर इजरायल और हमास के बीच बनी सहमति के बाद भले ही युद्धविराम जैसी स्थिति बनी थी, लेकिन कुछ ही दिनों में यह कमजोर पड़ती नजर आ रही है. एक बार फिर इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर हमला किया है. इजरायल के लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में जोरदार बमबारी की. जानकारी के मुताबिक, यह हमला इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आदेश पर किया गया. नेतन्याहू ने इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) को गाजा पट्टी के इलाकों में तत्काल और शक्तिशाली कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस हमले के पीछे हमास द्वारा संघर्षविराम समझौते के लगातार उल्लंघन का हवाला दिया गया है.
गाजा पट्टी के इन इलाकों को इजरायल ने बनाया निशाना
इजरायली सेना के इस ताबड़तोड़ हमले को लेकर हमास की स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नेतन्याहू के आदेश के बाद इजरायली सेना उत्तरी गाजा के सबसे बड़े शिफा हॉस्पिटल के इलाके में कहर बनकर टूट पड़ी. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट की माने तो इजरायली हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई लोग है जबकि कई गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. इजरायली सेना के इस हमले पर फ़िलिस्तीनी संगठन हमास पर संघर्षविराम तोड़ने का आरोप लगाया है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से 10 अक्टूबर को युद्धविराम लागू हुआ था, हालांकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाते रहे हैं.
पहले मिल चुका था संघर्षविराम टूटने का संकेत
दरअसल, मंगलवार को युद्धविराम पर मंडराते खतरे का एक और संकेत तब मिला, जब दक्षिणी शहर राफा में इजरायली सैनिकों पर फायरिंग की गई. घटना के बाद इजरायली सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की. इस बीच, एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि सुबह राफा क्षेत्र में तैनात सैनिकों पर कथित तौर पर गोली चलाई गई थी.
कई दिनों से थी तनावपूर्ण स्थिति
बता दें इस इलाके में तनाव पहले से ही बढ़ रहा था. हालात तब और गंभीर हो गए, जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बयान दिया कि हमास द्वारा हाल ही में लौटाए गए एक बंधक के अवशेष दरअसल उसी व्यक्ति के हैं, जिसका शव लगभग दो साल पहले इजरायली सैनिकों ने गाजा से बरामद किया था. नेतन्याहू ने इस घटना को अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन बताया. उनके अनुसार, समझौते के तहत हमास को सभी इजरायली बंधकों और उनके अवशेषों को जल्द से जल्द वापस करना था.
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बताते चलें कि वर्तमान हालात को देखते हुए गाजा में फिर से हिंसा भड़कने का खतरा बढ़ गया है. इजरायल और हमास के बीच बनी नाजुक शांति अब टूटती दिखाई दे रही है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है, ताकि क्षेत्र में पूरी तरह से शांति बहाल की जा सके.
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