पाकिस्तान और तालिबान के बीच संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच पाकिस्तान में एक कप चाय की चर्चा तेज हो गई है जिसकी कीमत पाकिस्तान को बहुत महंगी पड़ रही है दरअसल इमरान खान के राज में ISI चीफ फैज हमीद ने काबुल में जाकर एक कप चाय पी थी और अफगानियों के लिए ना सिर्फ बॉर्डर खोल दिए थे बल्कि तालिबानी कैदी तक छोड़ दिए थे. अब इशाक डार का आरोप है कि उनके इस फैसले की क़ीमत ही पाकिस्तान अब भुगत रहा है.