भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की, इस मुलाकात पर दुनिया की नजरें टिकी थी थी, क्योंकि अभी दो दिन पहले ही चीनी विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर आए थे…मतलब साफ है कि अमेरिका के विकल्प के तौर पर भारत ने रूस और चीन को अपना विकल्प बना लिया है.