जब पूरा बंगाल जल रहा था और हालात पाकिस्तान बनने की तरफ बढ़ रहे थे, तब एक ऐसे वीर पुरुष ने अपनी जान की बाजी लगाकर बंगाल को बचाने का काम किया। वो थे गोपाल पाठा। लेकिन आज उनकी कहानी इतिहास की किताबों में क्यों नहीं मिलती? जानते हैं उस शख्सियत के बारे में जिसे बंगाल का सनातन रक्षक कहा जाता है.