सन 1946 की वो घटना जिसे याद कर आज भी हिंदुओं का कलेजा कांप उठता है क्योंकि जिन्ना समेत कुछ विरोधी ताकतों का मकसद था बंगाल को पाकिस्तान में शामिल करना. इस दौरान दंगे भड़काए गए हिंदुओं को निशाना बनाया गया. लेकिन तभी एक कसाई गोपाल पाठा मैदान में उतरा, ना सिर्फ लाखों हिंदुओं को बचाया, बल्कि उनके अपमान को भी रोका, जिसके कारण उन्हें एक महापुरुष का दर्जा हासिल हुआ.