चिराग पासवान अब रैलियों में एनडीए का नाम लेना भा जरुरी नहीं समझ रहे है, प्रशांत किशोर एनडीए के खिलाफ है फिर भी सीधा हमला उनपर नहीं कर रहे है और प्रशांत किशोर भी चिराग पर सीधा हमला करने से बच रहे है, तो बिहार में ये घटनाक्रम देखते हुए लोग सवाल कर रहे है कि क्या किसी सुरत में दोनों हाथ मिला सकते है.