लेफ्टिनेंट पारुल धड़वाल की, जिन्होंने हाल ही में भारतीय सेना की सिग्नल कोर में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया है, उनके कंधों पर लगे सितारे सिर्फ एक रैंक नहीं, बल्कि उनके परदादाओं से शुरु हुए एक शौर्य गाथा की नई कड़ी हैं, जिसने उनके परिवार को सैनिकों का परिवार बना दिया है.