Advertisement

Indian Railway: 'रिग्रेट’ स्टेटस का झंझट खत्म, कंफर्म टिकट पक्का, रेलवे ने जोड़े 30 लाख बर्थ!

Railway Regret Status is Over: रेलवे की इस पहल से लाखों लोगों को फायदा मिलेगा. अब त्योहारों पर अपने घर जाना सपना नहीं, हकीकत बन सकता है. रिग्रेट का डर खत्म हो रहा है, वेटिंग लिस्ट भी घट रही है और स्पेशल ट्रेनों की मदद से भीड़ को संभालने की पूरी तैयारी है.

Source: Pexels

Railway Rules: इस बार दिवाली और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों पर अपने घर जाने की सोच रहे लोगों के लिए रेलवे ने बड़ी खुशखबरी दी है. आमतौर पर त्योहारों के वक्त टिकट मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है. लोग घंटों टिकट बुक करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ‘रिग्रेट’ यानी टिकट न मिलने का मैसेज आ जाता है. इस बार रेलवे ने इस परेशानी को खत्म करने की तैयारी कर ली है. रेलवे ने 30 लाख अतिरिक्त बर्थ (सीटें) उपलब्ध कराई हैं ताकि कोई भी यात्री बिना टिकट के न रहे.

‘रिग्रेट’ खत्म करने के लिए शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट

उत्तर रेलवे ने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. इसका मतलब यह है कि अभी कुछ रूट्स पर यह सुविधा शुरू की गई है, जहां यह देखा जा रहा है कि यात्रियों को कितना फायदा मिल रहा है. अब तक इस कोशिश को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. कुछ जगहों पर थोड़ी बहुत तकनीकी दिक्कतें आई हैं, लेकिन रेलवे उन पर लगातार काम कर रहा है. अब तक करीब 3,000 अतिरिक्त कोच ट्रेनों में जोड़े जा चुके हैं, और जरूरत पड़ने पर यह संख्या और भी बढ़ाई जाएगी.

बिहार, यूपी और झारखंड के लिए चलेंगी खास ट्रेनें

त्योहारों के इस सीजन में सबसे ज्यादा भीड़ पूर्वांचल, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड की तरफ जाने वाली ट्रेनों में होती है. इसको देखते हुए रेलवे ने इन राज्यों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं .जैसे ही कोई नई ट्रेन चलाई जाती है, उसका टाइमटेबल भी तुरंत वेबसाइट और स्टेशन पर जारी कर दिया जाता है, ताकि लोग अपनी यात्रा की सही योजना बना सकें. इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्हें हर साल टिकट के लिए संघर्ष करना पड़ता है.

अब ज्यादा वेटिंग टिकट मिलेंगे, 150 से ऊपर भी

सामान्य दिनों में रेलवे सिर्फ 150 वेटिंग टिकट तक ही इजाजत देता है, उसके बाद टिकट बुकिंग बंद हो जाती है. लेकिन त्योहारों में यह नियम थोड़ी ढील के साथ लागू किया गया है. अब ज्यादा वेटिंग टिकट भी जारी किए जाएंगे. साथ ही, जिन ट्रेनों में ज्यादा भीड़ होती है, उनमें अतिरिक्त डिब्बे (कोच) जोड़े जा रहे हैं, ताकि वेटिंग लिस्ट कम हो और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कन्फर्म टिकट मिल सके.


स्टेशन पर सुविधाओं का भी रखा जा रहा ध्यान

रेलवे सिर्फ टिकटिंग ही नहीं, बल्कि स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाओं का भी ध्यान रख रहा है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सतीश कुमार ने 13 अक्टूबर को आनंद विहार टर्मिनल का दौरा किया और वहां की तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने यह देखा कि त्योहारों के समय लोगों की भीड़ को कैसे संभाला जाएगा और कौन-कौन सी सुविधाएं यात्रियों को दी जाएंगी.

अब घर जाना हुआ आसान

रेलवे की इस पहल से लाखों लोगों को फायदा मिलेगा. अब त्योहारों पर अपने घर जाना सपना नहीं, हकीकत बन सकता है. रिग्रेट का डर खत्म हो रहा है, वेटिंग लिस्ट भी घट रही है और स्पेशल ट्रेनों की मदद से भीड़ को संभालने की पूरी तैयारी है. यह कदम यात्रियों के लिए काफी राहत भरा साबित होगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →