एंबुलेंस को रास्ता न देना अब पड़ेगा भारी, हो सकता है 10,000 रुपये तक का जुर्माना, जानिए नियम
एंबुलेंस को रास्ता देना एक छोटी-सी जिम्मेदारी है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा हो सकता है. यह सिर्फ नियम पालन की बात नहीं है, यह इंसानियत की भी बात है अगर हम सब मिलकर थोड़ी सी समझदारी दिखाएं, तो न जाने कितनी जानें समय पर अस्पताल पहुंचकर बचाई जा सकती हैं. तो अगली बार जब सड़क पर एंबुलेंस दिखे, तो उसकी राह आसान बनाइए ये आपकी जिम्मेदारी भी है और आपका फर्ज भी.
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Ambulance Awareness: जब आप सड़कों पर गाड़ी चला रहे होते हैं, तो कई ट्रैफिक नियमों का पालन करना आपकी जिम्मेदारी होती है. लेकिन कुछ ऐसे नियम भी हैं जो बेहद जरूरी होते हुए भी लोग अक्सर उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। इन्हीं में से एक है एंबुलेंस को रास्ता देना. आपने कई बार देखा होगा कि जब सड़कों पर ट्रैफिक जाम होता है, तब एंबुलेंस पीछे से सायरन बजाती आती है, लेकिन कुछ लोग उसे देखकर भी रास्ता नहीं देते। कई बार तो कुछ लोग जानबूझकर एंबुलेंस के आगे गाड़ी लगाकर उसका रास्ता रोक देते हैं, जो न सिर्फ गलत है, बल्कि अब कानूनन अपराध भी बन चुका है.
एंबुलेंस को रोकना सिर्फ लापरवाही नहीं, अब यह अपराध है
जब किसी एंबुलेंस में मरीज होता है, तो हर एक सेकंड कीमती होता है. देरी का मतलब हो सकता है मरीज की जान पर खतरा। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति एंबुलेंस का रास्ता रोकता है, तो वह सीधे तौर पर मरीज की जिंदगी को खतरे में डाल रहा होता है.अब सरकार ने इस तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान कर दिया है। यानी अब अगर आप एंबुलेंस को जानबूझकर रास्ता नहीं देते, तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है। यह नियम सिर्फ एंबुलेंस ही नहीं, बल्कि फायर ब्रिगेड और पुलिस जैसी इमरजेंसी गाड़ियों पर भी लागू होता है.
ट्रैफिक नियम क्या कहते हैं?
ट्रैफिक नियमों के अनुसार, जैसे ही सड़क पर किसी ड्राइवर को एंबुलेंस का सायरन सुनाई दे या एंबुलेंस आते हुए दिखे, तो उसकी जिम्मेदारी है कि तुरंत साइड देकर रास्ता खाली करे...
अगर कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता,
या एंबुलेंस को जानबूझकर ब्लॉक करता है,
या फिर उसे ओवरटेक करने की कोशिश करता है,
तो यह सीधे तौर पर कानून का उल्लंघन माना जाएगा.
कितना भरना पड़ेगा जुर्माना?
अगर कोई व्यक्ति एंबुलेंस का रास्ता रोकता है, तो मोटर व्हीकल एक्ट 2019 की धारा 194E के तहत उस पर 10,000 रुपये तक का चालान लगाया जा सकता है.
इस नियम का मकसद साफ है, एंबुलेंस और बाकी इमरजेंसी गाड़ियों को सड़क पर पूरी प्राथमिकता दी जाए, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और किसी की जान सिर्फ ट्रैफिक की वजह से न जाए.
क्या करें जब दिखे एंबुलेंस?
अगर आप ट्रैफिक में हैं और पीछे से एंबुलेंस आती दिखे या सायरन सुनाई दे, तो:
- तुरंत साइड लें और रास्ता दें
- किसी भी कीमत पर रास्ता ब्लॉक न करें
- जरूरत हो तो गाड़ी रोक दें, लेकिन एंबुलेंस को निकलने का रास्ता जरूर बनाएं
- एंबुलेंस के पीछे न चलें, न ही उसे ओवरटेक करने की कोशिश करें
एक छोटी सी जागरूकता, किसी की जान बचा सकती है
एंबुलेंस को रास्ता देना एक छोटी-सी जिम्मेदारी है, लेकिन इसका असर बहुत बड़ा हो सकता है. यह सिर्फ नियम पालन की बात नहीं है, यह इंसानियत की भी बात है
अगर हम सब मिलकर थोड़ी सी समझदारी दिखाएं, तो न जाने कितनी जानें समय पर अस्पताल पहुंचकर बचाई जा सकती हैं. तो अगली बार जब सड़क पर एंबुलेंस दिखे, तो उसकी राह आसान बनाइए ये आपकी जिम्मेदारी भी है और आपका फर्ज भी.
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