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Indian Railway: रेलवे में अब ‘एयरलाइंस वाला नियम’, तय लिमिट से ज्यादा सामान पर लगेगा जुर्माना!

इस नई व्यवस्था के साथ अब रेल यात्रा और भी अनुशासित और सुरक्षित बन जाएगी. यात्रियों को यह समझना होगा कि यह नियम उनकी सुविधा के लिए बनाए गए हैं. तय सीमा में सामान रखना न केवल आपकी जेब पर हल्का पड़ेगा, बल्कि सफर को भी तनावमुक्त बनाएगा. अब समय आ गया है कि हम सड़क से नहीं, नियमों से तय करें रेल की दिशा.

Image Credit: Pexels

Indian Railway: अब अगर आप ट्रेन से यात्रा करने जा रहे हैं, तो सिर्फ टिकट ही नहीं, अपने सामान (लगेज) की भी सही से तैयारी करनी होगी. रेलवे प्रशासन जल्द ही एक नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है, जिसमें यात्रियों के सामान का वजन और आकार दोनों की जांच की जाएगी. यह नियम कुछ हद तक हवाई यात्रा जैसी व्यवस्था की तरह होगा. इसका मुख्य उद्देश्य ट्रेनों में ओवरलोडिंग को रोकना और यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव देना है.

प्रमुख स्टेशनों पर लगेंगी वजन मापने की मशीनें

रेलवे इस नई व्यवस्था को चालू वित्तीय वर्ष में ही लागू करने की तैयारी में है. इसके लिए सबसे पहले प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, मीरजापुर, अलीगढ़ और टूंडला जैसे प्रमुख स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीनें लगाई जा रही हैं. ये मशीनें स्टेशन के प्रवेश और निकास गेट पर लगेंगी, जिनसे हर यात्री के बैग और बक्से का वजन मापा जाएगा. इस तरह रेलवे तय कर सकेगा कि कौन यात्री ज्यादा सामान लेकर चल रहा है, ताकि कार्रवाई की जा सके.

क्लास के हिसाब से तय किया गया सामान का वजन

रेलवे ने यात्रियों के कोच की श्रेणी के अनुसार सामान के वजन की सीमा तय की है. अब हर यात्री सिर्फ उतना ही सामान ले जा सकता है, जितना उसकी बोगी की श्रेणी के हिसाब से मंजूर है:

एसी फर्स्ट क्लास: 70 किलोग्राम

एसी टू टियर: 50 किलोग्राम

एसी थ्री टियर और स्लीपर क्लास: 40 किलोग्राम

जनरल कोच: 35 किलोग्राम

इसका मतलब है कि अब बिना सोचे-समझे भारी भरकम बैग ले जाना आसान नहीं होगा. आपको पहले से ही अपने लगेज की योजना बनानी होगी.

वजन ज्यादा हुआ तो लगेगा 6 गुना जुर्माना

अगर कोई यात्री तय सीमा से ज्यादा वजन लेकर ट्रेन में चढ़ता है और उसने सामान की अग्रिम बुकिंग नहीं करवाई, तो उसे नियम तोड़ने पर 6 गुना तक जुर्माना भरना पड़ सकता है. यानी अगर अतिरिक्त सामान का चार्ज 100 रुपये बनता है, तो सीधे 600 रुपये तक पेनाल्टी लग सकती है. हालांकि, यदि यात्री ने अतिरिक्त सामान की बुकिंग पहले ही करवा ली है, तो उस पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा.

अब सिर्फ वजन नहीं, बैग का आकार भी मायने रखेगा

नई व्यवस्था में सिर्फ यह नहीं देखा जाएगा कि बैग का वजन कितना है, बल्कि उसका आकार (साइज़) भी जांचा जाएगा. कई बार लोग ऐसे बैग लेकर चलते हैं जो हल्के तो होते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा जगह घेरते हैं. अब ऐसे मामलों में भी रेलवे अतिरिक्त शुल्क वसूल सकता है. इसका मकसद यह है कि डिब्बों में अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था न हो और सभी यात्रियों को पर्याप्त जगह मिले.

रेलवे का मकसद: बेहतर सफर, बेहतर अनुभव

रेलवे के सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला के अनुसार, यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया जा रहा है. इससे ट्रेनों के संचालन में सुधार होगा, यात्रियों को व्यवस्थित सफर मिलेगा और ओवरलोडिंग जैसी समस्या भी कम होगी. अब यात्रियों को अपने सफर से पहले सामान की पूरी प्लानिंग करनी होगी, क्योंकि अभी तक जो नियम ढीले थे, अब वे सख्ती से लागू होंगे.

अब नियमों से तय होगा आपका रेल सफर

इस नई व्यवस्था के साथ अब रेल यात्रा और भी अनुशासित और सुरक्षित बन जाएगी. यात्रियों को यह समझना होगा कि यह नियम उनकी सुविधा के लिए बनाए गए हैं. तय सीमा में सामान रखना न केवल आपकी जेब पर हल्का पड़ेगा, बल्कि सफर को भी तनावमुक्त बनाएगा. अब समय आ गया है कि हम सड़क से नहीं, नियमों से तय करें रेल की दिशा.

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