मार्केट में तहलका मचाने आ गया है देसी Zoho, खूबियां देख भूल जाएंगे MS Office और Google!
Zoho App: प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी अभियान के साथ अब सरकार के मंत्री भी इस दिशा में पहल कर रहे हैं. Ashwini Vaishnaw द्वारा Zoho को चुनना यह दिखाता है कि भारतीय तकनीक आज ग्लोबल स्टैंडर्ड पर पहुंच चुकी है.
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Zoho: 21 सितंबर को शाम 5 बजे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 'स्वदेशी अपनाओ' का आह्वान किया. उन्होंने न सिर्फ आम लोगों से, बल्कि देश के कारोबारियों से भी आग्रह किया कि वे गर्व से भारतीय सामान बेचें और खरीदें. इस संदेश के बाद सरकार के मंत्री भी स्वदेशी की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. इसी कड़ी में आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐलान किया कि वे अब अपने डिजिटल कामों के लिए Zoho नाम के भारतीय ऐप का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने यह जानकारी अपने X (पहले ट्विटर) अकाउंट पर दी और सभी से देसी तकनीक को अपनाने की अपील भी की.
Zoho: एक भारतीय कंपनी जो दुनिया भर में नाम कमा रही है
Zoho एक भारतीय कंपनी है, जिसका मुख्यालय चेन्नई में है. यह कंपनी क्लाउड-बेस्ड सॉफ्टवेयर और बिजनेस टूल्स बनाती है. Zoho का इस्तेमाल करके डॉक्युमेंट्स, स्प्रेडशीट्स और प्रेजेंटेशन जैसे काम किए जा सकते हैं. इसे आप Microsoft Office या Google Workspace का भारतीय विकल्प कह सकते हैं.Zoho खासकर छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए काम को आसान बनाने वाले टूल्स बनाती है. इसके जरिए ईमेल, अकाउंटिंग, टीम मैनेजमेंट, मीटिंग और मार्केटिंग जैसे ढेरों काम एक ही प्लेटफॉर्म पर किए जा सकते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि यह कंपनी कम दाम में बहुत सारी सुविधाएं देती है, जिससे छोटे व्यवसायों को बहुत फायदा होता है.
I am moving to Zoho — our own Swadeshi platform for documents, spreadsheets & presentations. 🇮🇳
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 22, 2025
I urge all to join PM Shri @narendramodi Ji’s call for Swadeshi by adopting indigenous products & services. pic.twitter.com/k3nu7bkB1S
Zoho के सबसे काम के टूल्स कौन-कौन से हैं?
Zoho कई अलग-अलग टूल्स देता है जो ऑफिस, बिजनेस और पर्सनल कामों में बहुत काम आते हैं. नीचे इसके कुछ लोकप्रिय टूल्स दिए गए हैं:
Zoho CRM: कंपनियां अपने ग्राहकों की जानकारी और सेल्स को मैनेज करने के लिए इसका इस्तेमाल करती हैं.
Zoho Mail: यह एक विज्ञापन-मुक्त और सुरक्षित ईमेल सेवा है.
Zoho Books: यह अकाउंटिंग और बिल बनाने जैसे कामों में मदद करता है.
Zoho Meeting: इसके जरिए ऑनलाइन मीटिंग और वेबिनार किए जा सकते हैं.
इन टूल्स की खासियत ये है कि ये सभी एक ही डैशबोर्ड पर एक-दूसरे से जुड़े होते हैं, जिससे काम करना बेहद आसान हो जाता है। और हां, ये बाकी विदेशी सॉफ्टवेयर की तुलना में काफी सस्ते भी हैं.
पहली बार Zoho इस्तेमाल करने वालों के लिए आसान तरीका
अगर आपने पहले कभी Zoho इस्तेमाल नहीं किया है, तो कोई चिंता की बात नहीं है. इसका इस्तेमाल बहुत ही आसान है. सबसे पहले, आप गूगल पर 'Zoho' सर्च करें और उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं. वहां आपको साइन अप (खाता बनाना) करना होगा.
एक बार खाता बन गया तो आपको एक डैशबोर्ड मिलेगा, जहां Zoho के सारे टूल्स जैसे कि Mail, CRM, Books, Meeting आदि मिलेंगे. आप अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी टूल चुन सकते हैं.
हर टूल में शुरुआत करने के लिए बेसिक गाइड दी गई होती है, जिससे नए यूजर्स को कोई दिक्कत न हो. शुरुआत में आप इसका फ्री प्लान ले सकते हैं और जब ज़रूरत बढ़े, तो पेड प्लान पर शिफ्ट कर सकते हैं.
कौन-कौन सी बड़ी कंपनियां करती हैं Zoho का इस्तेमाल?
आज Zoho के टूल्स का इस्तेमाल सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भी कर रही हैं. जैसे:
Amazon
Tata Play
Zomato
इन कंपनियों के लिए Zoho ने ऑनलाइन काम को तेज और सुरक्षित बना दिया है। इससे यह साबित होता है कि भारतीय कंपनियां अब किसी भी विदेशी कंपनी से कम नहीं हैं.
समय है स्वदेशी तकनीक को अपनाने का
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प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी अभियान के साथ अब सरकार के मंत्री भी इस दिशा में पहल कर रहे हैं. Ashwini Vaishnaw द्वारा Zoho को चुनना यह दिखाता है कि भारतीय तकनीक आज ग्लोबल स्टैंडर्ड पर पहुंच चुकी है. हमें भी चाहिए कि हम स्वदेशी ऐप्स और टूल्स को अपनाएं, जिससे देश की आर्थिक और तकनीकी ताकत को बढ़ावा मिले.
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