योगी ने सदन में कठमुल्ला शब्द कहा, इस शब्द पर बवाल मचा है, आखिर क्या मतलब है इस शब्द का ?
कठमुल्ला और पोंगापंथी बहुत रोचक शब्द हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठमुल्ला शब्द क्या बोल दिया एक जुबानी जंग ही शुरु हो गई. क्या है इन शब्दों के मतलब समझिए

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योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में जैसे ही कठमुल्ला शब्द का इस्तेमाल किया वैसे ही विपक्ष के राजनीतिक दलों में हड़कंप मच गया, क्योंकि यही तो वोट बैंक है जो बिना सोचे समझे, बिना नफा-नुकसान देखे बस बीजेपी को हराने के नाम पर वोट करते है।कई सारे इस्लामिक नेताओं ने भी नाराजगी जाहिर कर दी। तो ऐसे में इस कठमुल्ला शब्द का मतलब समझना जरुरी हो जाता है, क्योंकि इस शब्द को लोग अपने फायदे के लिए गलत तरीके से प्रचारित करते है, इस शब्द के बहाने ये दिखाने की कोशिश करते है कि इस शब्द के इस्तेमाल से मुसलमानों का अपमान किया जाता है।
मैंने अपने कई मुस्लिम साथियों से बात की उन्होंने भी यही बताया कि इस शब्द का इस्तेमाल मुसलमानों को बेइज्जत करने के लिए किया जाता है, मतलब सीधे तौर पर समझ लिजिए की गाली देने के लिए किया जाता है, लेकिन जब इस शब्द का मतलब इंटरनेट की मदद से खोजा गया तो तस्वीर कुछ और ही निकल कर आई है। देखिए मुल्ला या मौलवी या मौलाना इस्लाम में सम्मानित शब्द माना जाता है। मुल्ला किसी न किसी रूप में मौला से जुड़ा रहा होगा। जिसे बहुत सम्मानित कहे देव तुल्य माना जाता है।इज्जत की भावना से पढ़ाने वाले और धर्म की शिक्षा देने वालों को भी मौलवी मौलाना कहा जाने लगा। अभी भी मौलाना का इस्तेमाल पुराने लोग उसी तरह करते हैं जैसे किसी हिंदू को इज्जत देने के लिए पंडित कहा जाता है। पंडित से आशय पारंगत से भी होता है।
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तो ऐसे में सवाल उठता है कि ये कठमुल्ला कहां से आया इसे भी समझिए, जैसा कि इस शब्द की आवाज ही व्युत्पत्ति का बोध करा देती है। काठ का मुल्ला। ऐसा मुल्ला जो खुद अपने दिमाग से ना सोचता हो। उसे जितना बता दिया बस उतने पर ही कठमुल्ला डटा रहता है।कई जगहों पर ये मायने भी बताये गए है कि कठमुल्ला गलत तालीम देने वाले को भी कहा जाता है। हिंदूवादी लोग कठमुल्ला का इस्तेमाल कट्टरपंथियों के लिए भी करते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि काठ की माला जपने वाले को कठमुल्ला कहा जाता है। हालांकि ये ठीक वैसा ही है जैसा हिंदुओं में पोंगापंडित शब्द का इस्तेमाल करते है। मतलब जिसे ज्ञान तो है नहीं लेकिन ज्ञान होने का प्रदर्शन करता है।तो योगी आदित्यनाथ ने जिस कठमुल्ला शब्द का इस्तेमाल सदन में किया उसका हमें यही मतलब मिला है, और जो ये मतलब मिला है इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखाई पड़ता। बाकि अगर आपको भी इस शब्द का कोई मतलब पता है तो कमेंट सेक्शन में जरुर लिखिएगा। और जाते जाते देखिए कैसे जब सदन में अवधि और भोजपूरी भाषा को कमतंर आंका जा रहा था तब योगी आदित्यनाथ ने ये टिप्पणी की थी।
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