शामली के DM अरविंद चौहान ने जमीन पर बैठकर सुनी बुजुर्ग महिला की फरियाद...VIDEO वायरल
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के DM अरविंद चौहान का बुजुर्ग महिला के साथ जमीन पर बैठने का वीडियो वायरल हो रहा है. वे बुजुर्ग महिला की शिकायत सुनने के लिए उनके साथ घुटनों पर बैठै थे. आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं.

झुकी कमर...सालों की थकावट, चप्पलें घिस चुकी थीं, लेकिन आंखों में एक उम्मीद थी जो उदास जरूर हो चली थी लेकिन हताश नहीं. 70 साल की महिला न जाने कितने दरवाज़ों पर दस्तक दे चुकी थी, लेकिन वो किसी नेता की रिश्तेदार नहीं थी. ऐसे में एसी कमरों में बैठे सरकारी बाबू भला इन बूढ़ी आँखों का दर्द कहां समझ पाते. बावजूद इसके वो एक दिन फिर सरकारी दफ़्तर में अपनी गुहार लेकर पहुंच गई. न्याय की आस तो कम थी लेकिन उस दिन कुछ अलग हुआ. एक अफसर ने ना केवल बुजुर्ग महिला का दर्द समझा, बल्कि उसकी मुश्किलों को महसूस भी किया. ये तस्वीर है UP के शामली जिले की, जहां फ़रियाद लेकर आई एक 70 साल की महिला को सुनने के लिए DM अरविंद चौहान ऑफिस से निकलकर सड़क तक आए और बुजुर्ग महिला के साथ नीचे बैठकर उनकी फरियाद सुनी.
DM ने जमीन पर बैठीकर सुनी बुजुर्ग महिला की फरियाद
जमीन पर बैठी बुजुर्ग महिला और उनके साथ बैठे DM अरविंद चौहान का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो देख हर कोई DM अरविंद कुमार चौहान की तारीफ करते नहीं थक रहा. लेकिन इस वीडियो के पीछे की कहानी क्या है कौन हैं ये बुजुर्ग महिला और क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं, दरअसल, पूरा मामला शामली के टिटौली गांव का है. यहां की रहने वाली 70 साल की बुजुर्ग महिला रमेश अपनी पैतृक जमीन में अपना हक चाहती हैं. इसलिए वह लगातार सरकारी दफ़्तरों के चक्कर काट रही थीं. रमेश के पिता ने उन्हें जमीन में ये कहते हुए हक़ देने से इंकार कर दिया कि ‘लड़कों का ही जमीन पर हक है, हम तुम्हें कहां से दें?
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DM के पास शिकायत लेकर पहुंची 70 साल की बुजुर्ग
पिता की इस बात ने रमेश को निराश कर दिया था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी बुजुर्ग महिला तहसील ऑफिस गईं. मदद के लिए शामली से विधायक प्रसन्न चौधरी से भी संपर्क करने की कोशिश की. अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन हर बार मायूसी ही हाथ लगी. कोई उन्हें सुनने को राज़ी नहीं था. फिर एक दिन वह सीधे शामली DM ऑफिस जा पहुंची. DM अरविंद चौहान ने बुजुर्ग महिला की परेशानी को समझा. उन्होंने तुरंत इस मामले पर ध्यान दिया. अरविंद चौहान को जब मालूम चला कि महिला 70 साल की बुजुर्ग हैं और कई बार शिकायत लेकर आई हैं तो वह अपने ऑफिस से बाहर निकले और सड़क पर बैठी महिला से मिलने पहुंचे. शिकायत सुनने के लिए DM अरविंद कुमार चौहान खुद जमीन पर बैठ गए. सारा मामला जानने के बाद DM अरविंद चौहान ने बुजुर्ग महिला से कहा, आप घर जाइए मैं देख लूंगा. बुजुर्ग उनसे कहती रहीं कि नहीं घर नहीं जाना. इसके बाद अरविंद चौहान ने फिर उन्हें समझाया और कहा, मुझे एक हफ्ते का समय दो बस आपको दिक़्क़त नहीं होगी. DM के आश्वासन पर बुजुर्ग महिला घर जाने को तैयार हुई और जाते जाते DM को आशीर्वाद देते हुए कहा, बेटा तुम हमेशा खुश रहो.
DM अरविंद चौहान ने दिए जांच के निर्देश
अरविंद चौहान ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत SDM हामिद हुसैन को जांच के निर्देश दिए. वहीं, DM अरविंद चौहान के इस जेस्चर को लोग काफी सराह रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक जन अधिकारी को इतना ही संवेदनशील होकर व्यवहार करना चाहिए ताकि जनता और उनके बीच की दूरी को खत्म किया जा सके. एक यूजर ने अरविंद चौहान की तारीफ करते हुए लिखा, कलेक्टर साहब का व्यवहार वैसे भी अच्छा है चाहे कोई बुजुर्ग हो या नौजवान हर किसी की मदद करते हैं. सोशल मीडिया पर कुछ लोग ऐसे भी थे जो इस बात पर चिंता जता रहे थे कि उम्र के इस पड़ाव पर भी बुजुर्ग महिला को अपने हक़ के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है. ऐसे में देखना होगा 70 साल की इन बुजुर्ग को न्याय मिल पाता है या नहीं. सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन के बीच DM अरविंद चौहान के बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं.
कौन है DM अरविंद चौहान
IAS ऑफिसर अरविंद चौहान मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले हैं. वो UP कैडर के 2015 बैच के अधिकारी हैं. शामली के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और कलेक्टर के पद पर तैनात हैं. उन्होंने B.Sc की डिग्री हासिल करने के बाद साल 2015 में UPSC परीक्षा पास की. उनकी पहली पोस्टिंग आजमगढ़ में बतौर असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के तौर पर हुई. इसके बाद वह मिर्जापुर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर रहे. फिर बहराइच के चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर (CDO) भी बने.
अरविंद चौहान सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट में भी सेवाएं दे चुके. लखनऊ में स्पेशल सेक्रेटरी के पद पर भी अपनी सेवाएं दीं. अरविंद चौहान उत्तर प्रदेश भवन बोर्ड में सेक्रेटरी के पद पर कार्य कर चुके. प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन रहे अरविंद चौहान. अरविंद चौहान प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के मेला अधिकारी भी रहे.
अरविंद चौहान ने जीता जनता का दिल
अरविंद चौहान अक्सर अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहते हैं साथ ही उनकी अनोखी कार्यशैली की भी काफ़ी तारीफ़ होती है. शामली की जनता के बीच उन्होंने अपने रुतबे से नहीं बल्कि अपनेपन से जगह बनाई है. अब एक बार फिर अरविंद चौहान अपने इसी अंदाज को लेकर चर्चा में हैं. अपने अंदाज से अरविंद चौहान ने साबित कर दिया कि, सरकारी कुर्सी पर बैठने से कोई बड़ा नहीं बनता…देश को ऐसे ही अफसरों की जरूरत है जो जमीन से जुड़ें…जो जनता की भाषा को सुने और समझें ना कि अफ़सरशाही का रौब दिखाएं. जो साबित करें कि प्रशासन अब बदल रहा है...धीरे-धीरे ही सही लेकिन सही दिशा में जा रहा है.