धर्म के नाम पर भौकाल दिखाने वाले को Police ने सिखाया सबक तो क्या बोले BSF के पूर्व जवान?
Uttarakhand Police आस्था का सम्मान भी करना जानती है और आस्था के नाम पर भौकाल टाइट करने वालों की अकड़ तोड़ना भी जानती है, यकीन नहीं तो हरिद्वार से आई दो तस्वीरों को देख लीजिये !

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क्योंकि कानून की वो लाठी है… इंसाफ की आवाज… गुंडों की वो काल है और जनता की मददगार... इसीलिये देवभूमि उत्तराखंड में सावन के पावन महीने में जब भोले भक्तों का जनसैलाब उमड़ने लगा तो पुलिस वालों ने भी पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चा संभाल लिया... और कभी तकलीफ से जूझ रहे कांवड़ियों की मदद करती नजर आई... तो कभी आस्था के नाम पर भौकाल टाइट करने वालों की अकड़ तोड़ती भी नजर आई… क्योंकि ये धामी का उत्तराखंड है… जहां आस्था को पूरा सम्मान दिया जाता है और आस्था से खिलवाड़ करने वालों को सबक सिखाया जाता है…
ये बात तो आप भी जानते हैं सावन के पावन महीने में देवभूमि उत्तराखंड में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ता है… दूर-दूर से भोले भक्त कांवड़ लेकर उत्तराखंड आते हैं... जिनके स्वागत के लिए धामी सरकार ने भी पूरी तैयारी की है... हर चौक चौराहे पर शिवभक्तों पर फूल बरसाए जा रहे हैं… तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शायद आस्था के नाम पर दिखावे पर जोर देने में ज्यादा विश्वास रखते हैं… इसीलिये हरिद्वार के थाना कनखल इलाके में एक ऐसा शख्स ब्लैक कलर की गाड़ी पर भगवा झंडा लगाकर देवभूमि पहुंच गया... जिसके शीशे पर ब्लैक फिल्म चढ़ी थी… नंबर प्लेट गायब था... और हूटर लगाकर चल रहा था… जैसे कोई बड़ा नेता हो या अधिकारी…
आस्था के नाम पर भौकाल काट रहे इस शख्स की हूटर वाली गाड़ी पर जैसे ही हरिद्वार पुलिस की नजर पड़ी… पुलिस वालों ने उसकी अकड़ ढीली करने में कोई कसर नहीं छोड़ी… सबसे पहले तो उसकी गाड़ी से हूटर हटाया… फिर शीशे पर लगी ब्लैक फिल्म हटाई… और फिर गाड़ी जब्त करते हुए उसे थाने से पैदल ही रवाना कर दिया…
उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार पुलिस की इस कार्रवाई की पूरी वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी जिससे बाकी लोगों को भी समझ में आ जाए कि कम से देवभूमि उत्तराखंड में आएं तो आस्था के साथ आएं… आस्था के नाम पर भौकाल टाइट करने की कोशिश की तो इसी तरह से सबक सिखाया जाएगा… तो वहीं इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए उत्तराखंड पुलिस ने बताया... धार्मिक आस्था और दिखावे में फर्क, कांवड़ यात्रा के दौरान थाना कनखल पुलिस ने एक कार पकड़ी जिसमें नंबर प्लेट तो नहीं थी लेकिन सायरन जरूर लगा था, ऊपर से चालक गाड़ी को लापरवाही से चला रहा था, पकड़े जाने पर चालक माफी मांगता दिखा। गाड़ी को सीज कर थाने से पैदल ही रवाना कर दिया गया.
उत्तराखंड पुलिस ने आस्था के नाम पर खिलवाड़ करने वाले को जिस तरह से सबक सिखाया है… सोशल मीडिया पर उसकी खूब तारीफ हो रही है... बीएसएफ से रिटायर बीएन शर्मा ने पुलिस की इस कार्रवाई पर लिखा… उत्तराखंड पुलिस द्वारा शानदार काम, आजकल अक्सर थार और स्कोर्पियो गाड़ी पर भाजपा या किसी अन्य पार्टी का झंडा लगाकर सड़कों पर रास्ता और साइड के लिए जोर जबरदस्ती करते देखा जा सकता है, पार्टी झंडों को गाड़ी पर लगाकर सड़क पर मनमानी करने के लाइसेंस के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगा है
महेंद्र जादव नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा… अगर सारी हरियाणा पुलिस इसी तरह सोचती तो ये कार यहां तक नहीं पहुंच पाती, कनखल पुलिस को सलाम जिसने कानून की रक्षा की है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा… पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी पूरी लगन से करने के लिए बधाई, दूसरे राज्यों के पुलिस बल में इस बुनियादी चीज का अभाव है, राज्य के शीर्ष नेतृत्व को भी बधाई, उनकी सहमति के बिना यह संभव नहीं है.
गगन अरोड़ा नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा… असली कानून का पालन उत्तराखंड की पुलिस ही कर रही है.
एक सोशल मीडिया यूजर ने हरिद्वार पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि… उत्तम, बहुत अच्छा, जो काम हरियाणा और यूपी पुलिस को करना चाहिए वो आप कर रहे हैं इस तरह की स्कॉर्पियो और थार से जनता बहुत परेशान है.
प्रवीण मिश्रा नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा… उत्तराखंड पुलिस का काम देख कर लगता है कोई तो है जो नियम का सख्त है, दादागिरी नहीं चलेगा तुम कोई भी हो, सलाम है पुलिस विभाग को, ऐसे ही इन बेवकूफ लोगों को ठीक करते रहिए, ऐसे लोग अपना नाम तो डूबा ही रहे साथ में जाट समाज नाम खराब हो रहा.
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बिना नंबर प्लेट की स्कॉर्पियो पर हूटर लगाकर भौकाल काटने वाले युवक के खिलाफ हरिद्वार पुलिस ने कार्रवाई की तो सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिली... कोई हरिद्वार पुलिस की तारीफ कर रहा है तो कोई हरियाणा और यूपी पुलिस पर सवाल उठा रहा है... तो वहीं आपको बता दें एक तरफ जहां उत्तराखंड पुलिस आस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को सबक सिखाने में लगी हुई है… तो वहीं दूसरी तरफ जरूरत पड़ने पर कांवड़ियों की मदद करने में भी सबसे आगे नजर आ रही है… जिसकी गवाह है ये तस्वीर जब कांवड़ यात्रा के दौरान एक शिवभक्त के पैर में मोच आने से पीछे छूट गया था... तभी धनौरी के चौकी प्रभारी पुष्कर सिंह चौहान मदद के लिए आगे आए और सबसे पहले कांवड़िये के पैर में पट्टी बांधी… उसके बाद खुद ही कांवड़ उठाकर उसके साथियों तक भी पहुंचाया... ये दो तस्वीरें बता रही हैं उत्तराखंड पुलिस आस्था का सम्मान भी करना जानती है और आस्था के नाम पर भौकाल टाइट करने वालों की अकड़ तोड़ना भी जानती है.