खच्चर वाले Atul Kumar ने IIT JAM किया पास तो CM Dhami ने मिलाया फोन, सुनिये क्या कहा?
Uttarakhand के अतुल कुमार ने गरीबी और मुश्किल हालातों को मात देकर इतिहास रचा है, कभी केदारनाथ मार्ग पर खच्चर चलाकर परिवार की मदद करने वाले अतुल कुमार ने IIT-JAM परीक्षा पास की और अब IIT मद्रास जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में एडमिशन लेने जा रहे हैं, उनकी इस सफलता पर खुद सीएम धामी ने फोन पर बधाई देते हुए सुनिये क्या कहा ?

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खामोश पहाड़… पथरीली पगडंडियां… और उन पगडंडियों पर हर रोज बोझ ढोते खच्चर के खुरों की आवाज… इसी शोर-शराबे के साथ बड़ा हुआ एक लड़का जिसे लोग उसके नाम से नहीं… खच्चर वाले के नाम से जानते थे… क्योंकि सूरज उगने से पहले ही वो लड़का हाथ में खच्चर की रस्सी लेकर मीलों का सफर तय करने के लिए निकल पड़ता था… और हर रोज खच्चर पर श्रद्धालुओं को बैठा कर करीब 16 किलोमीटर का सफर तय करता था… बारिश हो या बर्फ, धूप हो या तूफान... उसका सफर नहीं रुकता था… क्योंकि यही मेहनत उसके लिए परिवार चलाने का जरिया था… लेकिन किसी को क्या पता था जो लड़का आज खच्चर खींच रहा है वही लड़का एक दिन पहाड़ चीर कर इतिहास लिखेगा… और लोग उसे खच्चर वाले के नाम से नहीं… अतुल कुमार के नाम से जानेंगे… जिसने पहाड़ों की परेशानियों के बावजूद अपनी मेहनत और लगन के दम पर IIT JAM 2025 की परीक्षा ऑल इंडिया लेवल पर 649 रैंक के साथ पास की और अब IIT मद्रास जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेगा…
जिस पहाड़ में लोगों को जिंदगी गुजर-बसर करने के लिए भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है… उस पहाड़ में रह कर अतुल केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खच्चर भी चलाते थे… और समय निकाल कर अपनी पढ़ाई भी करते थे... अपनी इसी मेहनत और लगन के दम पर उन्होंने साबित करके दिखा दिया कि मेहनत के दम पर अपने सपने ही पूरे नहीं किये जाते हैं… अपना भाग्य भी बदला जा सकता है... तभी तो… जिस अतुल को लोग कभी खच्चर वाला कहते थे… IIT JAM पास होते ही उस अतुल की चर्चा उत्तराखंड ही नहीं… पूरे देश में हो रही है… यहां तक कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी उनकी मेहनत को सलाम ठोका और फोन पर उन्हें बधाई दी…
सीएम धामी ने अतुल कुमार से फोन पर बात करते हुए एक ट्वीट भी किया… और बधाई देते हुए लिखा… श्री केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं को घोड़े-खच्चर के माध्यम से सेवा देते हुए IIT-JAM 2025 की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अतुल कुमार से वार्ता कर उन्हें बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी, कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का अतुल का यह संकल्प समस्त युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। यदि संकल्प अटूट हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता
अतुल कुमार मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले हैं… और उनके परिवार में माता-पिता, छोटा भाई, छोटी बहन है… जबकि बड़ी बहन की शादी हो गई… वहीं बात करें परिवार की आर्थिक स्थिति की… तो आपको बता दें… अतुल कुमार की मां एक गृहिणी हैं और पिता घोड़े-खच्चर चलाकर परिवार चलाते हैं… साल 2018 से अतुल और उनके छोटे भाई भी खच्चर चलाकर अपने पिता की मदद कर रहे हैं...
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पिता खच्चर चलाकर अपना परिवार चलाते हैं और अतुल भी इस काम में भले ही उनकी मदद करते थे... लेकिन उनका सपना था कि किसी भी तरह से इस काम से अपने परिवार को निकालें… यही वजह है कि उन्होंने खच्चर चलाने के साथ ही अपनी पढ़ाई भी जारी रखी... और आज IIT JAM जैसी परीक्षा पास करके IIT मद्रास में एडमिशन लेने जा रहे हैं… जिससे कम से कम उनके साथ-साथ परिवार का भविष्य भी बेहतर नजर आ रहा है..