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पश्चिम बंगाल: आसनसोल में प्रदर्शन के दौरान पुलिस से भिड़े BJP कार्यकर्ता, विधायक अग्निमित्रा पॉल ने लगाए बदसलूकी के आरोप

भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया. उन्होंने कहा, “विधानसभा में हमारे साथ जो बदसलूकी हुई, वह टीएमसी की बौखलाहट को दर्शाता है. हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगे. पुलिस की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है और हम कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग करते हैं.

24 Jun, 2025
( Updated: 24 Jun, 2025
02:59 PM )
पश्चिम बंगाल: आसनसोल में प्रदर्शन के दौरान पुलिस से भिड़े BJP कार्यकर्ता, विधायक अग्निमित्रा पॉल ने लगाए बदसलूकी के आरोप

पश्चिम बंगाल विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक अग्निमित्रा पॉल सहित अन्य विधायकों के साथ कथित बदसलूकी के विरोध में सोमवार को आसनसोल के बनपुर त्रिवेणी मोड़ इलाके में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया.

आसनसोल में प्रदर्शन के दौरान पुलिस से भिड़े भाजपा कार्यकर्ता 

इस दौरान इलाके में भारी तनाव का माहौल रहा. प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई, जिसके बाद कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया.

BJP विधायकों ने टीएमसी नेताओं पर लगाए अभद्रता के आरोप 

प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क के बीचों-बीच टायर जलाकर रास्ता जाम कर दिया और जमीन पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी. उनका आरोप था कि विधानसभा में भाजपा विधायकों के साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं ने अभद्र व्यवहार किया, जिसके खिलाफ वे सड़कों पर उतरे हैं. कार्यकर्ताओं ने टीएमसी सरकार के खिलाफ नारे लगाए और इस घटना की निंदा की.

स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी टस से मस नहीं हुए. इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिसके दौरान कई प्रदर्शनकारियों को घसीटकर सड़क से हटाया गया. इस कार्रवाई में पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और तीखी नोकझोंक देखी गई. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया.

विधायक अग्निमित्रा पॉल ने घटना की कड़ी निंदा की 

भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने इस घटना की कड़ी निंदा की और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया. उन्होंने कहा, “विधानसभा में हमारे साथ जो बदसलूकी हुई, वह टीएमसी की बौखलाहट को दर्शाता है. हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगे. पुलिस की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है और हम कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग करते हैं.

टीएमसी ने भाजपा के आरोपों को बताया बेबुनियाद 

दूसरी ओर, टीएमसी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया. स्थानीय टीएमसी नेता ने कहा कि भाजपा जानबूझकर अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है और प्रदर्शन के जरिए जनता को परेशान कर रही है. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है.

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में सोमवार को भाजपा के चार विधायकों शंकर घोष, मनोज उरांव, दीपक बर्मन और अग्निमित्रा पॉल को स्पीकर बिमान बनर्जी द्वारा "असंसदीय आचरण" करार दिए जाने के कारण शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.

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