केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पत्नी संग महाकाल के किए दर्शन, भस्म आरती में लिया हिस्सा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने शनिवार सुबह पत्नी मृदुला प्रधान संग महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन किया और बाबा भस्म आरती में हिस्सा लिया.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को अपने उज्जैन प्रवास के दौरान महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन किया. वे प्रात:कालीन भस्म आरती में शामिल हुए और भगवान महाकालेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन किया. इस अवसर पर मंदिर की पवित्र और आध्यात्मिक वातावरण में उन्होंने भगवान महाकाल से देश की समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना की.
धर्मेंद्र प्रधान ने पत्नी संग भस्म आरती में लिया हिस्सा
धर्मेंद्र प्रधान का महाकालेश्वर मंदिर में आगमन सुबह तड़के हुआ. उन्होंने अपनी पत्नी मृदुला प्रधान संग बाबा भस्म आरती में हिस्सा लिया. पूजन का कार्य मंदिर के पुजारी जितेंद्र शर्मा ने संपन्न करवाया. उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा को पूर्ण किया, जिसमें मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पूरी श्रद्धा के साथ हिस्सा लिया. पूजन के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने मंदिर परिसर में कुछ समय व्यतीत किया और भगवान महाकाल के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया.
भस्म आरती महाकाल मंदिर की एक अनूठी और विश्व प्रसिद्ध पूजा है
आज उज्जैन नगरी स्थित परम पावन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बाबा के दर्शन कर सर्वदा ही मन को अद्भुत शांति और ऊर्जा की अनुभूति होती है।
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) June 7, 2025
बाबा महाकाल की दिव्य आरती में सम्मिलित होकर देश की सुख-समृद्धि, जनकल्याण और सभी के मंगलमय जीवन की प्रार्थना… pic.twitter.com/f1HjzXH9po
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भव्य स्वागत किया गया. समिति के सदस्य आशीष दुबे और अभिषेक शर्मा ने उनका सत्कार किया. उन्हें मंदिर की ओर से प्रसाद, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए. स्वागत के दौरान समिति ने मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मंदिर की प्राचीन परंपराओं और धार्मिक महत्व के बारे में भी अवगत कराया.
केंद्रीय मंत्री ने मंदिर की व्यवस्थाओं और प्रबंधन की भी सराहना की
इस दौरान उन्होंने मंदिर की व्यवस्थाओं और प्रबंधन की भी सराहना की. धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से वे स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं. उज्जैन देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है और यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है.
महाकालेश्वर मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में इस अवसर पर मंदिर परिसर में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए थे.