जम्मू-कश्मीर के बसंतगढ़ में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी को किया ढेर, अभियान जारी
ऊधमपुर के बसंतगढ़ में सुरक्षाबलों और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस 'ऑपरेशन बिहाली' में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, जो समूह का सरगना बताया जा रहा है,

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जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के बसंतगढ़ क्षेत्र के बिहाली इलाके में जारी भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में एक आतंकवादी को मार गिराया गया. सेना ने इस ऑपरेशन को 'ऑपरेशन बिहाली' नाम दिया है.
उधमपुर में जैश का आतंकी ढेर
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, "ऑपरेशन बिहाली अपडेट: भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा बसंतगढ़ में चलाए जा रहे संयुक्त अभियान में अब तक एक आतंकवादी मारा गया है. अभियान अभी जारी है."
सेना और पुलिस का तलाशी अभियान जारी
बता दें कि गुरुवार सुबह बसंतगढ़ इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सेना ने इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया. इसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. सेना और पुलिस का संयुक्त अभियान जारी है और अन्य छिपे आतंकियों की तलाश की जा रही है. मुठभेड़ स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. सेना बेहद सतर्कता से तलाशी अभियान को आगे बढ़ा रही है ताकि किसी प्रकार का नुकसान न हो और किसी भी आतंकी को भागने का मौका न मिले.
3 जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा
मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब अमरनाथ यात्रा की शुरू होने में केवल एक सप्ताह ही शेष है. यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी. इस दौरान देशभर से हजारों श्रद्धालु अमरनाथ गुफा की यात्रा पर आएंगे. यात्रा को लेकर पहले से ही केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा, यह मुठभेड़ पिछले अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो महीने बाद सामने आई है, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद से ही सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी थी. इसी कड़ी में बसंतगढ़ का यह अभियान भी शामिल है.
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अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं. यात्रा मार्ग पर चौकसी बढ़ा दी गई है. साथ ही, पहाड़ी और दूरदराज इलाकों में आतंकियों की घुसपैठ और हमले की संभावनाओं को रोकने के लिए सुरक्षाबलों की रणनीतिक तैनाती की गई है.