‘सेवा का सौदा नहीं किया…’ RSS की फंडिंग पर सवाल उठाने वालों को CM योगी का जवाब, बताया- कहां से आता है पैसा
CM योगी लखनऊ में आयोजित दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव में शामिल हुए. यहां उन्होंने RSS की फंडिंग पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया है.
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को फंडिंग कहां से मिलती है? इसको लेकर विरोधी तरह-तरह के सवाल उठाते हैं फंडिंग से जुड़े कई दावे भी किए जाते हैं. अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने RSS की फंडिंग पर बड़ा बयान दिया है.
CM योगी लखनऊ में आयोजित दिव्य गीता प्रेरणा उत्सव में शामिल हुए. यहां उन्होंने RSS की फंडिंग पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया है. CM योगी ने कहा, ‘लोग पूछते हैं कि RSS की फंडिंग कहां से आती है. तो उन्हें मैं यह कहना चाहता हूं कि संघ को कोई विदेशी देश या बाहरी संगठन फंड नहीं करता. RSS समाज के सहयोग, लोगों की निःस्वार्थ भावना और राष्ट्रप्रेम से चलता है.’
‘RSS ने सेवा का सौदा नहीं किया’
CM योगी ने कहा कि RSS पिछले 100 वर्षों से ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ सेवा कार्य कर रहा है और कभी भी सेवा के नाम पर सौदा नहीं किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग सेवा के नाम पर सौदा करते हैं और वही भारत की आत्मा पर प्रहार करने की कोशिश कर रहे हैं. CM योगी जब ये बातें कह रहे थे तब वहां RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने भागवत को निष्काम कर्म का प्रेरणास्त्रोत बताया.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, दुनिया से आए एंबेसडर, हाई कमिश्नर्स हमसे पूछते हैं कि आप लोगों का RSS से जुड़ाव है, तब हम कहते हैं कि हां, हमने स्वयंसेवक के रूप में कार्य किया है. योगी आगे कहते हैं, वे इसकी फंडिंग का पैटर्न पूछते हैं, तब हम बताते हैं कि यहां ओपेक के देश या इंटरनेशनल चर्च पैसा नहीं देता. यहां RSS समाज के सहयोग से खड़ा हो रहा है और समाज के लिए हर क्षेत्र में समर्पित भाव से कार्य करता है. किसी भी पीड़ित की जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा की परवाह किए बिना हर स्वयंसेवक उसकी सेवा को ही अपना कर्तव्य मानता है.
श्रीमद्भगवद्गीता का महत्व बताया
कार्यक्रम में CM योगी ने धर्म पर भी बात की और श्रीमद्भगवद्गीता का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि गीता के 700 श्लोक सनातन धर्मावलंबियों के लिए जीवन का मंत्र हैं. धर्म मात्र उपासना विधि नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है. गीता हमें निष्काम कर्म की भावना सिखाती है. भारत ने दुनिया को जियो और जीने दो के साथ वसुधैव कुटुम्बकम् का संदेश दिया है. CM योगी ने जोर देते हुए कहा, जहां धर्म और कर्तव्य होंगे, वहीं विजय सुनिश्चित होगी. अपने धर्म का पालन करते हुए मृत्यु को स्वीकार करना भी श्रेष्ठ माना गया है.
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