Advertisement

केजरीवाल ने बताया बेरोजगारी दूर करने का एक्शन प्लान, 5 साल में दूर हो जाएगी बेरोजगारी !

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली की बेरोजगारी दूर करने का वादा किया. उन्होंने कहा, अगले 5 साल में हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता हमारे युवाओं के लिए रोजगार और नौकरियां पैदा करना होगी

दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है, सभी राजनीतिक दल अपने-अपने लिहाज से जनता को लुभाने में लगे हुए हैं, रोज नई-नई घोषणाएं हो रही हैं। पूरी कितनी होंगी, कितनी नहीं होंगी, वो तो बाद में देखा जाएगा, लेकिन आम आदमी पार्टी चौथी बार दिल्ली में सरकार बनाने के लिए दम भर रही है तो बीजेपी 27 साल का सूखा खत्म करने के लिए लड़ रही है, कांग्रेस पर आरोप ऐसे लग रहे हैं कि वो केजरीवाल को हराने के लिए चुनाव लड़ रही है। खैर 8 फरवरी को पता चल ही जाएगा कि कौन कितने पानी में है। लेकिन आज बात करेंगे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की एक और नई घोषणा की। चुनाव में क्या होगा, उसका तो नहीं पता, लेकिन केजरीवाल की एक बात की तारीफ जरूर करनी होगी कि उन्होंने सबसे पहले बात की पुजारियों की, जाटों के आरक्षण की, और भी बहुत सारे वो काम जिनका पता सबको है लेकिन बात कोई नहीं करता।

आज बात करेंगे बेरोजगारी की, बेरोजगारी से होते पलायन की, जिस दिल्ली में देश के हर कोने से रोजगार की तलाश में लोग आते हैं, उसी दिल्ली का युवा बेरोजगार है। रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहा है। दो करोड़ रोजगार हर साल देने का वादा तो किया गया था लेकिन दस साल से ज्यादा का वक्त बीत गया, वो मिल नहीं पाया। लेकिन अब इस भटकते युवा को शायद रोशनी की एक किरण दिखाई दे रही है।

ये हार्ड फैक्ट है, कोई माने या ना माने, अगर हर किसी के पास रोजगार होगा तो वो अपराध की तरफ आकर्षित नहीं होगा। और वाकई में सबसे ज्यादा काम अगर किसी क्षेत्र में होना चाहिए तो वो रोजगार का ही क्षेत्र है।

2019 में जो कोरोना नाम की महामारी थी, उसने हर किसी से कुछ ना कुछ छीना जरूर है। किसी से मां-बाप का साया छीन लिया, किसी से रोजगार छिन लिया, किसी से छत छीन ली। लेकिन सरकारों ने उनके लिए क्या किया? इस सवाल के जवाब में मौन के अलावा कुछ नहीं मिलता।

कहते हैं जब नीयत नेक हो तो मंजिल आसान हो जाती है। देश का दिल दिल्ली जिस बीमारी से जूझ रही है, उसका इलाज क्या है? उसके बारे में केजरीवाल ने बात तो की है। लेकिन अब देखना होगा कि क्या चुनाव जीतते हैं इन घोषणाओं के भरोसे और अगर जीतकर फिर से दिल्ली की सत्ता पर काबिज होते हैं तो अपने इस वादे को पूरा करते हैं या नहीं। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? क्या केजरीवाल अपना रोजगार का ये वादा पूरा कर पाते हैं या नहीं?

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE
अधिक →