कानपुर: रात में खाना खाकर सोए थे 4 दोस्त... सुबह मिली चारों की लाश, हैरान कर देगी मौत की वजह
रात में ठंड ज्यादा थी और युवकों के पास ओढ़ने-बिछाने का पर्याप्त इंतजाम नहीं था, न गद्दे थे न कंबल. ऐसे में ठंड से बचने के लिए उन्होंने तसले में कोयले जलाए थे और कमरा बंद कर सो गए.
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यूपी के कानपुर (Kanpur) में चार दोस्तों का शव एक कमरे में मिलने से हडकंप मच गया. बताया जा रहा है चारों की मौत दम घुटने से हुई है. ठंड के कारण सभी कमरे में कोयले सुलगा कर सो रहे थे.
मामला कानपुर के पनकी थाना के इंडस्ट्रियल एरिया का है. जहां चार दोस्त रिफाइनरी फैक्ट्री में वेल्डिंग का काम करते थे. वह फैक्ट्री परिसर में बने कमरे में ही रहते थे. 20 नवंबर को चारों सुबह काफी देर तक नहीं उठे. आस-पास के लोगों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं आया. अनहोनी की आशंका में लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो हैरान कर देने वाला मंजर था. अंदर चारों के शव पड़े हुए थे.
फर्श पर सो रहे थे सभी युवक
मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि चारों युवक देवरिया के तौकलपुर गांव के रहने वाले थे. चारों की पहचान अमित वर्मा, संजू सिंह, राहुल सिंह और दाऊद अंसारी के रूप में हुई है. रात में ठंड ज्यादा थी और इनके पास ओढ़ने बिछाने का इंतजाम नहीं था, न गद्दे थे न कंबल. कोई गत्ते पर सो रहा था तो किसी ने चादर बिछा रखी थी. ऐसे में ठंड से बचने के लिए उन्होंने तसले में कोयले जलाए थे और कमरा बंद कर सो गए. ठंड से बचने के लिए किए गए जुगाड़ ने चारों की जान ले ली.
अंगीठी जलाकर सोना खतरनाक क्यों?
पुलिस का कहना है कि कमरे में वेंटिलेशन नहीं था कोयला जलने के कारण खतरनाक गैस बनी और दम घुटने से चारों की मौत हो गई. एक्सपर्ट ने कई बार चेतावनी दी है कि अंगीठी जलाकर नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इसमें कच्चे तेल या लकड़ी का इस्तेमाल होता है. जिससे जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है. जो ऑक्सीजन को रिप्लेस कर देती है. फिर शरीर के अंदर जाकर यह खून में मिल जाती है. जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने लगती है और इससे मौत भी हो सकती है. कमरे में पर्याप्त वेंटिलेशन न हो तो खतरा और भी बढ़ जाता है.
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