मुंबई में बारिश का कहर, जन-जीवन अस्त-व्यस्त, CM फडणवीस बोले- हालात पर प्रशासन की कड़ी नजर
महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई में बीते 24 घंटों में 350 मिमी से अधिक और पिछले 6 घंटों में 150 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. इस कारण शहर में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है.
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महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई में बीते 24 घंटों में 350 मिमी से अधिक और पिछले 6 घंटों में 150 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. इस कारण शहर में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. मुंबई में बारिश के कारण उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है.
CM फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में जारी भारी बारिश के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा, "भारी बारिश के चलते कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मुंबई में बीते 24 घंटों में 350 मिमी से अधिक दर्ज किया गया है. इसके चलते एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. मीठी नदी में पानी का स्तर बढ़ने के बाद कुछ लोगों को रेस्क्यू किया गया है."
हाई अलर्ट पर बीएमसी
मुंबई आयुक्त और अन्य अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है. शहर में 525 पंप सक्रिय हैं और एनडीआरएफ की टीमें भी राहत कार्यों में जुटी हैं. मीठी नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए इसके आसपास रहने वाले लगभग 350 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है.
BJP विधायक का बीएमसी कंट्रोल रूम का दौरा
बोरीवली में भारी बारिश के बीच भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने बीएमसी कंट्रोल रूम का दौरा किया. उन्होंने असिस्टेंट कमिश्नर संध्या नांदेडकर के साथ मिलकर सीसीटीवी फुटेज के जरिए उन क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया, जहां जलजमाव की समस्या थी.
भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मुंबई में पिछले कुछ दिनों से जोरदार बारिश हो रही है. बीते 24 घंटे में 350 मिमी से अधिक और केवल छह घंटे में 150 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई. इसके बावजूद बोरीवली के कई क्षेत्रों में जलजमाव नहीं हुआ. उन्होंने कहा, "पहले जहां पानी भरता था, वहां बीएमसी और रेलवे के बेहतर समन्वय से निकासी की व्यवस्था की गई है. झुग्गियों में भी पानी नहीं घुसा. जनवरी से चल रहे सड़क और नाले की सफाई के कार्यों का असर दिखा, जिससे झुग्गी क्षेत्रों में भी पानी नहीं घुसा."
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