बिजनौर में फिलिस्तीन के नाम पर चंदे की वसूली, पैसे नहीं देने पर फतवे जारी कराने की धमकी देता था मौलाना, FIR दर्ज
उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले से फतवे के नाम पर धमकी देकर जबरन वसूली का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस मामलें में शिकायकर्ता ने एक व्यक्ति पर आरोप लगाया है कि वह फिलिस्तीन में मानवीय सहायता के नाम पर लोगों से पैसे मांगता था और ऐसा न करने पर ‘फतवा’ जारी कराने की धमकी देता था. आरोपी स्थानीय मस्जिद का इमाम बताया जा रहा है.
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उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले से फतवे की धमकी देकर जबरन वसूली का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. मिली शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामलें में शिकायकर्ता ने एक स्थानीय इमाम पर आरोप लगाया है कि वह फिलिस्तीन में मानवीय सहायता के नाम पर लोगों से पैसे मांगता था और ऐसा न करने पर ‘फतवा’ जारी कराने की धमकी देता था. आरोपी स्थानीय मस्जिद का इमाम बताया जा रहा है.
फिलिस्तीन के नाम पर करता था वसूली
मामला बिजनौर के शेरकोट थाना क्षेत्र का है. शिकायतकर्ता इरशाद नामक एक स्थानीय निवासी ने थाने में दी तहरीर में बताया कि जकी पुत्र ऐजाज खान, जो मूल रूप से सहारनपुर के देवबंद का निवासी है और वर्तमान में शेरकोट कस्बे के कायस्थान मोहल्ले में रह रहा है, वह अपने दो अन्य अज्ञात साथियों के साथ मिलकर इलाके में लोगों से जबरन धन वसूली कर रहा है. शिकायत में कहा गया है कि जकी खान लोगों को धमकाता है कि यदि उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनके खिलाफ फतवा जारी करवा देगा. इसी डर के चलते वह लोगों पर दबाव बनाकर उनसे वसूली करता है. इरशाद ने आरोप लगाया कि जकी ने उससे भी पैसे की मांग की और दावा किया कि यह रकम फिलिस्तीन में मानवता की सेवा के लिए भेजी जाएगी. हालांकि इरशाद को शक हुआ और उसने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी.
इमाम के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है. शेरकोट थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है और मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है. इरशाद का दावा है कि जकी ने इसी तरह पहले भी कई अन्य लोगों से धमकी देकर पैसे वसूल किए हैं. शिकायत में कहा गया कि जकी ने उससे भी जबरन पैसे मांगे और धमकी दी, “फिलिस्तीन में पैसे दो नहीं तो फतवा जारी करवा दूंगा.” थाने में दर्ज शिकायत में इरशाद ने थाना अध्यक्ष से मांग की है कि जकी और उसके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में व्याप्त भय का माहौल समाप्त हो सके. घटना के बाद से इलाके में चिंता और आक्रोश का माहौल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि धार्मिक भावना का दुरुपयोग कर इस तरह की धमकियां देना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि सामाजिक सौहार्द के लिए भी खतरा है.