IIM कोलकाता दुष्कर्म मामला: बंगाल पुलिस ने जांच के लिए की SIT गठित, पीड़िता और पिता के बयान की होगी जांच
कोलकाता के IIM-C के हॉस्टल में हुए कथित दुष्कर्म मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है. कोलकाता पुलिस ने 9 सदस्यीय विशेष जांच दल बनाई है. बता दें कि एक छात्रा ने IIM-C कॉलेज के छात्र पर हॉस्टल में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था.
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कोलकाता के जोका स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान-कलकत्ता (IIM-C) के हॉस्टल में हुए कथित दुष्कर्म मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है. कोलकाता पुलिस ने 9 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) बनाई है. एक छात्रा ने IIM-C कॉलेज के छात्र पर हॉस्टल में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था. SIT टीम में मेडिकल से जुड़े अलग-अलग विभागों के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है. राज्य पुलिस सूत्रों के अनुसार, SIT की शुरुआती कोशिश पीड़िता और उसके पिता के विरोधाभासी बयानों के बीच सच्चाई स्पष्ट करने की होगी.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि एक युवती, जो पेशे से साइकोलॉजिकल काउंसलर है, उसने शुक्रवार शाम हरिदेवपुर थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उसने आरोप लगाया कि IIM कोलकाता के बॉयज़ हॉस्टल में सेकंड ईयर MBA के एक छात्र ने उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने उसे पिज़्ज़ा और पानी ऑफर किया. इसके बाद उसे अस्वस्थ महसूस होने लगा और वह बेहोश हो गई. जब उसे होश आया, तो उसने पाया कि उसके साथ दुष्कर्म और शारीरिक उत्पीड़न किया गया था.
पीड़िता ने बताई आपबीती
पीड़िता ने अपने बयान में दावा किया, "IIM-C के सेकेंड ईयर छात्र ने शुक्रवार शाम उसे काउंसलिंग के बहाने बॉयज हॉस्टल बुलाया. वहां उसने पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक दी, जिनमें कथित रूप से नशीले पदार्थ मिले थे." पीड़िता का कहना है कि इनका सेवन करने के बाद वह बेहोश हो गई और इसी अवस्था में आरोपी ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया.
पीड़िता के पिता का बयान
इसके विपरीत, पीड़िता के पिता ने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा था, "बेटी एक वाहन से उतरते समय गिर गई थी, जिससे वह बेहोश हो गई." पिता अपनी बात पर उस समय भी अडिग रहे, जब शनिवार को कोलकाता की एक अदालत ने आरोपी छात्र को 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा.
सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन की भी जांच
SIT IIM-C में सुरक्षा प्रोटोकॉल के कथित उल्लंघन की भी जांच करेगी, जहां पीड़िता विजिटर बुक में अपना नाम दर्ज कराए बिना ही लड़कों के हॉस्टल में घुसी थी. जोका परिसर के अधिकार क्षेत्र में आने वाले हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने पहले ही IIM-C अधिकारियों को एक पत्र भेजकर सुरक्षा प्रोटोकॉल बनाए रखने की मौजूदा मानक संचालन प्रक्रिया पर स्पष्टीकरण मांगा था. पुलिस ने यह भी पूछा कि क्या घटना वाली शाम को सुरक्षा प्रोटोकॉल का कोई उल्लंघन हुआ था? शनिवार को IIM-C अधिकारियों ने कहा कि चूंकि मामले की जांच चल रही है, इसलिए वे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.