हरियाणा सरकार की नई पहल, बागवानी से किसानों की आमदनी दोगुनी करने की तैयारी!
Kisan Yojana: हरियाणा सरकार की यह पहल किसानों के लिए एक बड़ा अवसर है. इससे राज्य में खेती का स्वरूप बदलेगा, किसानों की आमदनी बढ़ेगी और कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी. अगर किसान इस योजना का सही उपयोग करें, तो आने वाले समय में हरियाणा बागवानी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन सकता है.
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Haryana CM Nayab Singh Saini: हरियाणा सरकार ने किसानों की आमदनी बढ़ाने और कृषि में विविधता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार अब राज्य के किसानों को फलों, सब्जियों, फूलों, मसालों और सुगंधित पौधों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेगी. इस योजना के तहत किसानों को आकर्षक सब्सिडी (सरकारी सहायता) के साथ-साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जाएगा, ताकि वे आधुनिक तरीके से खेती कर सकें और अपनी आमदनी बढ़ा सकें.
परंपरागत फसलों से हटकर बागवानी की ओर
बागवानी विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को गेहूं और धान जैसी पारंपरिक फसलों से हटकर ऐसी फसलों की ओर प्रेरित करना, जिनसे कम पानी में ज्यादा मुनाफा हो सके. फलों, फूलों और मसालों की खेती से किसानों को बाजार में बेहतर दाम मिल सकते हैं और उनकी आय कई गुना बढ़ सकती है. इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में विविधता भी आएगी.
योजना के तहत क्या-क्या मिलेगा किसानों को
इस नई योजना में किसानों को कई तरह की आर्थिक और तकनीकी सहायता दी जाएगी. किसान अगर नया फलों का बाग लगाना चाहते हैं, या फिर सब्जियों, मसालों या सुगंधित पौधों की खेती शुरू करना चाहते हैं, तो उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके साथ ही किसानों को अच्छे बीज, पौध सामग्री, और नई तकनीकों की जानकारी भी दी जाएगी ताकि वे ज्यादा उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल उगा सकें.
कितनी मिलेगी सब्सिडी?
बागवानी विभाग ने अलग-अलग फसलों और खेती के प्रकार के अनुसार सब्सिडी की दरें तय की हैं -
फसल / गतिविधि प्रति एकड़ सब्सिडी राशि (₹)
नया फल बाग लगाने पर ₹24,500 – ₹1,40,000
सब्जियों की एकीकृत खेती पर ₹15,000
अनुसूचित जाति के किसानों के लिए ₹25,500
मसाला फसलों की खेती पर ₹15,000 – ₹30,000
फूलों की खेती पर ₹8,000 – ₹40,000
सुगंधित पौधों की खेती पर ₹8,000
सरकार ने साफ किया है कि यह राशि DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी, जिससे कोई बिचौलिया बीच में न हो.
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
- इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी शर्तें भी तय की गई हैं -
- एक किसान को अधिकतम 5 एकड़ तक की सब्सिडी मिल सकती है.
- किसान को अपने खेत का जमाबंदी रिकॉर्ड और बैंक खाता विवरण देना होगा.
- आवेदन करने के लिए किसान अपने जिले के बागवानी अधिकारी के कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.
किसानों के लिए सुनहरा मौका
सरकार का कहना है कि इस योजना से किसानों को खेती के नए अवसर मिलेंगे. फलों, फूलों और मसालों की खेती से किसानों को बाजार में ज्यादा दाम, कम लागत, और बेहतर मुनाफा मिल सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि बागवानी फसलों में कम पानी की जरूरत होती है और इनका लाभ पारंपरिक फसलों की तुलना में कई गुना अधिक होता है.
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हरियाणा सरकार की यह पहल किसानों के लिए एक बड़ा अवसर है. इससे राज्य में खेती का स्वरूप बदलेगा, किसानों की आमदनी बढ़ेगी और कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी. अगर किसान इस योजना का सही उपयोग करें, तो आने वाले समय में हरियाणा बागवानी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन सकता है.
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