जम्मू कश्मीर के उधमपुर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षाबल अलर्ट
अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षाबलों को पहले से अलर्ट पर रखा गया है. यात्रा के रूट पर जगह-जगह सैनिकों की तैनाती रहेगी. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की अतिरिक्त कंपनियां लगाई गई हैं. आतंकवादियों को पिछड़े इलाकों में जाने से रोकने और हमलों को टालने के लिए सभी पहाड़ों पर सुरक्षाबल तैनात हैं.

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में भारतीय सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इलाके में भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती है. गुरुवार को ये मुठभेड़ बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में सेना और पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान हुई. भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की.
आतंकवादियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन जारी
इस ऑपरेशन का नाम "ऑपरेशन बिहाली" रखा गया है. व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में कहा, "खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर ने बसंतगढ़ के बिहाली इलाके में एक संयुक्त अभियान शुरू किया. आतंकवादियों के बारे में पता चल गया है. ऑपरेशन अभी जारी है."
अधिकारियों ने बताया कि जिले के बसंतगढ़ इलाके में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी. सेना ने सुबह इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया. इसी बीच सैनिकों पर गोलीबारी हुई, जिसका जवाब दिया गया और इससे मुठभेड़ शुरू हुई. मौके पर अतिरिक्त बल भेजा गया है.
उधमपुर में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़
उधमपुर जिले के बिहाली इलाके में मुठभेड़ अप्रैल में पहलगाम में पर्यटकों पर हुए भयानक आतंकी हमले के करीब दो महीने बाद हुई है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
3 जुलाई से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा
यहीं नहीं, ये मुठभेड़ अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से ठीक एक हफ्ते पहले हुई है. अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है. यात्रा अवधि के दौरान आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के अमरनाथ गुफा मंदिर में आने की उम्मीद है, जो 9 अगस्त को समाप्त होगी.
अमरनाथ यात्रा से पहले सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षाबलों को पहले से अलर्ट पर रखा गया है. यात्रा के रूट पर जगह-जगह सैनिकों की तैनाती रहेगी. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर में बीएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी की अतिरिक्त कंपनियां लगाई गई हैं. आतंकवादियों को पिछड़े इलाकों में जाने से रोकने और हमलों को टालने के लिए सभी पहाड़ों पर सुरक्षाबल तैनात हैं.