केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बेटी पुष्पा कुमारी से स्टेशनरी और हेल्थ किट पाकर खिलखिला उठे बच्चे...लोगों ने की पुष्पा के सरोकारी कार्य की तारीफ
समाज में शिक्षा, समानता और संवेदना के मूल्यों को जीवंत करती एक मिसाल गुरुवार को तब सामने आई जब केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की पुत्री और समाजसेवा में सक्रिय पुष्पा कुमारी ने गया जिले के शाहमीर तकिया मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले सैकड़ों बच्चों के बीच शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया.
Follow Us:
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की तरह उनकी भी समाजसेवी पुत्री पुष्पा कुमारी ने गुरुवार को शाहमीर तकिया मध्य विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के बीच पाठ्यक्रम शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया. इस अवसर पर विद्यालय परिसर में उत्सव जैसा उल्लासपूर्ण माहौल देखने को मिला. आपको बता दें कि पूरे स्कूल में करीब 285 छात्र-छात्रा पढ़ते हैं.
पुष्पा कुमारी ने बताया कि विद्यालय में पढ़ने वाले 285 बच्चों में से 100 से अधिक छात्र अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं, जबकि शेष छात्र शोषित, वंचित और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों से आते हैं. सभी बच्चों को ड्रॉइंग कॉपी, पेन, पेंसिल, शार्पनर, इरेज़र जैसी स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई. इसके अतिरिक्त, कक्षा 7वीं और 8वीं की छात्राओं को विशेष रूप से हेल्थ किट भी प्रदान की गई. साथ ही, विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं और सहायिकाओं को उपयोगी छाते वितरित किए गए.
केंद्रीय मंत्री @jitanrmanjhi की तरह उनकी भी समाजसेवी पुत्री पुष्पा कुमारी ने गुरुवार को शाहमीर तकिया मध्य विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के बीच पाठ्यक्रम से संबंधित सामानों का वितरण किया। उन्होंने बच्चों को स्टेशनरी के सामन दिए, छात्राओं को हेल्थ से संबंधित किट दिए वहीं.#Gaya pic.twitter.com/Ay9hbVi9aX
— NMF NEWS (@nmfnewsofficial) August 7, 2025
समाज के लिए सकारात्मक संदेश देना ही उद्देश्य: पुष्पा कुमारी
इस दौरान पुष्पा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का उद्देश्य महज सामग्री का वितरण नहीं है, बल्कि इससे एक सकारात्मक सामाजिक संदेश देना है. मैं यहां बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के उस विचार को साकार करने आई हूं, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिक्षा सैनिक का दूध है-जो जितना पीएगा, उतना ही दहाड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि मैं चाहती हूं कि ये बच्चे शिक्षित बनें, स्वावलंबी बनें और अपने समाज को जागरूक करें.
पुष्पा ने आगे कहा कि बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाना और उन्हें मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराना ही उनका लक्ष्य है. यह सेवा-कार्यक्रम आगे भी निरंतर जारी रहेगा, ताकि शिक्षा से वंचित समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके.
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गीता रानी, प्रमिला मांझी सहित तमाम शिक्षकगण एवं स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
स्टेशनरी के सामान पाकर खुश हो गए बच्चे, साफ दिखी चहचहाहट
पुष्पा कुमारी से पढ़ाई में उपयोग होने वाले सामनों को पाकर बच्चों के चेहरों पर उत्साह और आत्मविश्वास स्पष्ट देखा जा सकता था. उन्हें जब अपने हाथों में नई कॉपी, पेन, रंग और हेल्थ किट मिली, तो उनके चेहरे पर जो मुस्कान थी, वह किसी पुरस्कार से कम नहीं थी. इस दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गीता रानी ने भी पुष्पा कुमारी के इस प्रयास की सराहना की. शिक्षकों ने कहा कि आज बच्चों को जो मिला, उससे केवल उनकी पढ़ाई में मदद नहीं मिलेगी, बल्कि उनका उत्साह भी बढ़ेगा.
यह भी पढ़ें
कार्यक्रम में उपस्थित स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने भी पुष्पा कुमारी की सराहना की और कहा कि समाज के प्रभावशाली लोगों को इसी तरह आगे आकर वंचित तबकों के बच्चों की मदद करनी चाहिए.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें