ED के एक्शन से हड़कंप! लग्जरी गाड़ियां, 40 करोड़ की प्रॉपर्टी, रिएजेंट घोटाले में कसा शिकंजा
ED ने यह जांच ACB और EOW रायपुर की FIR के आधार पर शुरू की थी. FIR और चार्जशीट के अनुसार, शशांक चोपड़ा, डीएचएस और सीजीएसएमसीएल के अधिकारियों और अन्य ने कथित तौर पर निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर करने, मनगढ़ंत मांग करने और बढ़ी हुई कीमतों पर चिकित्सा उपकरण और रिएजेंट की आपूर्ति करने के लिए एक आपराधिक साजिश रची थी.
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छत्तीसगढ़ में रि-एजेंट प्रोक्योरमेंट घोटाले में प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने दो लग्जरी गाड़ियों समेत 40 करोड़ रुपए से ज़्यादा की संपत्ति जब्त की है. इन गाड़ियों में पोर्शे केयेन कूप और मर्सिडीज-बेंज शामिल हैं.
ED के रायपुर जोनल ऑफिस ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत शशांक चोपड़ा और अन्य से जुड़े 'रि-एजेंट प्रोक्योरमेंट घोटाले' में तलाशी अभियान चलाया था.
किस आधार पर ED ने की जांच?
ED ने यह जांच ACB और EOW रायपुर की FIR के आधार पर शुरू की थी. रायपुर की ACB और EOW ने मोक्षित कॉर्पोरेशन और छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कथित आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के लिए FIR दर्ज की थी. FIR में ACB और EOw की ओर से एक आरोप पत्र भी दायर किया गया है. वरिष्ठ अधिकारियों पर आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे.
मोक्षित कॉर्पोरेशन के नाम पर दर्ज जब्त कार
सर्च अभियान के दौरान पीएमएलए 2002 की धारा 17(1) के तहत दो लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं. जो मोक्षित कॉर्पोरेशन के हैं. यह फर्म शशांक चोपड़ा और उनके पिता शांतिलाल चोपड़ा के नाम पर रजिस्टर्ड है.
टेंडर की प्रक्रिया में किया बड़ा हेरफेर
FIR और चार्जशीट के अनुसार, शशांक चोपड़ा, डीएचएस और सीजीएसएमसीएल के अधिकारियों और अन्य ने कथित तौर पर निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर करने, मनगढ़ंत मांग करने और CGMSCAL को बढ़ी हुई कीमतों पर चिकित्सा उपकरण और रि-एजेंट की आपूर्ति करने के लिए एक आपराधिक साजिश रची. जिससे राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और खुद को मुनाफा हुआ.
इसके बाद विभाग की ओर से 30 जुलाई को आरोपियों के ठिकानों पर तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की गई. लग्जरी गाड़ियों के साथ 40 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियां जब्त की गईं. इस मामले में ईडी की आगे की जांच जारी है.
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