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डिपोर्ट होने से पहले हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार हुए बांग्लादेशी घुसपैठिए, पश्चिम बंगाल से दबोचे गए

हजारीबाग से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में दो महिलाएं रीना खान और निपाह अख्तर खुशी के अलावा नजमुल शामिल हैं. ये तीनों बगैर पासपोर्ट-वीजा के अवैध रूप से भारत में घुसे थे.

10 Jun, 2025
( Updated: 11 Jun, 2025
05:55 PM )
डिपोर्ट होने से पहले हजारीबाग डिटेंशन सेंटर से फरार हुए बांग्लादेशी घुसपैठिए, पश्चिम बंगाल से दबोचे गए

झारखंड के हजारीबाग जिला मुख्यालय में जेपी केंद्रीय कारा स्थित डिटेंशन सेंटर से दो दिन पहले फरार हुए तीनों बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हजारीबाग पुलिस की टीम ने इन्हें पश्चिम बंगाल से पकड़ा है. झारखंड पुलिस मुख्यालय ने इसकी पुष्टि की है. पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को वापस हजारीबाग लाया जा रहा है. 

डिटेंशन सेंटर से भागे तीन बांग्लादेशी हुए गिरफ्तार

भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले तीन बांग्लादेशी नागरिक अलग-अलग जेलों में सजा पूरी करने के बाद हजारीबाग स्थित डिटेंशन सेंटर से लाकर रखे गए थे. तीनों शनिवार शाम सेंटर का सुरक्षा घेरा और खिड़की का रॉड तोड़कर भाग निकले थे, लेकिन इसकी जानकारी जिला पुलिस और प्रशासन तक सोमवार को पहुंची थी. इसके बाद से ही तीनों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा था. विभिन्न जिलों की पुलिस के अलावा सीमावर्ती राज्यों को भी इसे लेकर अलर्ट किया गया था.

बगैर पासपोर्ट-वीजा के अवैध रूप से भारत में घुसे

पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में दो महिलाएं रीना खान और निपाह अख्तर खुशी के अलावा नजमुल शामिल हैं. ये तीनों बगैर पासपोर्ट-वीजा के अवैध रूप से भारत में घुसे थे. पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था. सजा की अवधि पूरी होने के बाद इन्हें अलग-अलग तारीखों में हजारीबाग स्थित डिटेंशन सेंटर में रखा गया था. तीनों इसके पहले राज्य की अलग-अलग जेलों में बंद थे. इन्हें वापस बांग्लादेश डिपोर्ट करने के लिए पत्राचार किया गया था, लेकिन वहां की सरकार की ओर से इस दिशा में कोई रिस्पांस नहीं मिल पा रहा था.

पहले भी डिटेंशन सेंटर ऐसे घटना हो चुकी

हजारीबाग स्थित डिटेंशन सेंटर से विदेशी नागरिकों के भागने की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं. हजारीबाग स्थित जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा के डिटेंशन सेंटर से 8 मार्च, 2021 को दो बांग्लादेशी भाग गए थे. उनके नाम मोहम्मद जावेद उर्फ नूर और मोहम्मद जाहिद हुसैन थे. ये दोनों खिड़की का रॉड तोड़कर भाग निकलने में सफल रहे थे. 13 सितंबर 2021 को इसी सेंटर से म्यांमार का नागरिक मोहम्मद अब्दुल्ला भी भाग निकला था.

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