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Mayawati के एक्शन के बाद Akash Anand ने भरी हुंकार, बोले- अपनी अंतिम सांस तक लडूंगा

आकाश आनंद ने बीजेपी को आतंकियों की पार्टी बता तो उसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया, बस यही बात शायद मायावती को बर्दाश्त नहीं हुई, मायावती ने सबसे पहले आकाश आनंद की चुनावी रैलियों पर रोक लगाई, और फिर 7 मई को उन्हें दी गई सारी जिम्मेदारियां छीन ली.

2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने साल 2023 के दिसंबर महीने में अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने के साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेटर जैसी बड़ी जिम्मेदारी भी दे दी थी, लेकिन अब लोकसभा चुनावों के बीच अचानक मायावती को पता नहीं क्या हुआ उन्होंने आकाश आनंद को  एक झटके में सारी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है

लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद ने बीएसपी के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी, वो लगातार ताबड़तोड़ रैलियां कर रहें थे और अपने भाषण के ज़रिए विरोधियों पर जबरदस्त हमलावर दिखे, बड़े ही आक्रामक अंदाज में शिक्षा, महंगाई, पेपर लीक और बेरोजगारी जैसे मुद्दे उठाकर आकाश आनंद एक अलग हवा चला रहे थे, लेकिन वो अपनी इन्हीं जनसभाओं में बीजेपी पर ज़्यादा हमलावर नज़र आए डंके बाद मायावती ने उनपर एक्शन ले लिया, आकाश आनंद का सीतापुर में दिया गया एक भाषण शायद मायावती को पसंद नहीं आया, क्योंकि उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते बोलते यहां तक कह दिया था कि।  बीजेपी आतंकियों की पार्टी है

बस इसके बाद मायावती ने उनपर एक्शन ले लिया और सभी ज़िम्मेदारियाँ छीन ली जिसके बाद अब पहली बार आकाश आनंद ने बयान दिया है और कहा है कि अपनी अंतिम सांस तक लडते रहेंगे, उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा: "आदरणीय बहन मायावती जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है। आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे। भीम मिशन और अपने समाज के लिए मैं अपनी अंतिम साँस तक लड़ता रहूँगा। जय भीम, जय भारत।"

जानकारी देते चलें कि, आकाश आनंद ने बीजेपी को आतंकियों की पार्टी बता तो उसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया, बस यही बात शायद मायावती को बर्दाश्त नहीं हुई, मायावती ने सबसे पहले आकाश आनंद की चुनावी रैलियों पर रोक लगाई, और फिर 7 मई को उन्हें दी गई सारी जिम्मेदारियां छीन ली, उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के ज़रिए जानकारी देते हुए लिखा था: "विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए कांशीराम जी और मैंने खुद भी अपनी पूरी जिन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है, इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, लेकिन पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है, जबकि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी और मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे, इसलिये बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में और बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।"

खैर अब मायावती के फ़ैसले के बाद आकाश आनंद ने भी पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए उनके फ़ैसले को मानते हुए ऐलान किया है कि वो अंतिम साँस पर लड़ाई लड़ते रहेंते, ऐसे में आपका आकाश आनंद को लेकर क्या कुछ कहना है कमेंट में जरुर बताएँ  

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