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अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार करेंगे तेजस्वी यादव, दरभंगा जिले की इस सीट पर फंस गया पेंच, क्या है पूरा मामला?

तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की पार्टी के बीच सीट शेयरिंग का समझौता होने के बाद जब RJD ने अपने उम्मीदवार अफजल अली खान से संपर्क किया कि वह सिंबल लौटा दें और चुनाव में ना खड़े हों, तो अफजल अली खान ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, उन्होंने RJD प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल कर लिया. RJD का कहना है कि अफजल अली खान को वह अपना प्रत्याशी नहीं मानती है.

बिहार विधानसभा चुनाव में सियासी सरगर्मियां लगातार तेज होती जा रही है. महागठबंधन और NDA दोनों ही दलों की पार्टियों ने सीटों और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है, लेकिन NDA को छोड़ दिया जाए, तो महागठबंधन में सीटों को लेकर जंग सी छिड़ गई है. हालात ऐसे बन गए हैं कि महागठबंधन के कई उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ आमने-सामने हो गए हैं. इस चुनाव में RJD ने 143 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. कांग्रेस ने 60 और मुकेश सहनी की पार्टी VIP ने 14 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है. इनमें 8 सीटों पर 'फ्रेंडली फाइट' जैसा मुकाबला है. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि तेजस्वी यादव खुद अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार करने वाले हैं. यह दरभंगा जिले की गौड़ा बौराम विधानसभा सीट है. 

अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार करेंगे तेजस्वी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं. दरअसल, दरभंगा जिले की गौड़ा बौराम सीट पर महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर फाइनल बात होने से पहले ही RJD ने अफजल अली खान को टिकट दे दिया, उसके बाद पार्टी ने उन्हें सिंबल और दस्तावेज भी सौंप दिए और वह पटना से अपने घर के लिए रवाना हो गए. इसी बीच RJD और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के बीच सीट शेयरिंग की डील हो गई. दोनों ही पार्टियों में तय हुआ कि इस सीट पर VIP उम्मीदवार लड़ेगा और महागठबंधन के सभी सहयोगी दल उनका समर्थन करेंगे. VIP ने यहां से संतोष सहनी को टिकट दिया है. 

चुनाव न लड़ने से किया इनकार 

तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की पार्टी के बीच सीट शेयरिंग का समझौता होने के बाद जब RJD ने अपने उम्मीदवार अफजल अली खान से संपर्क किया कि वह सिंबल लौटा दें और चुनाव में ना खड़े हों, तो अफजल अली खान ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, उन्होंने RJD प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल कर लिया. वहीं RJD का कहना है कि अफजल अली खान को वह अपना प्रत्याशी नहीं मानती है.

प्रशासन ने क्या कहा?

यह मामला जब प्रशासन के पास पहुंचा, तो  कहा गया कि अफजल अली खान का सभी कागजों के साथ नामांकन पूरा हो गया है. ऐसे में अब उन्हें चुनाव से नहीं हटाया जा सकता है. 

अफजल अली खान के खिलाफ करेंगे चुनाव प्रचार 

RJD के उम्मीदवार अफजल अली खान द्वारा सिंबल और टिकट न लौटाने पर तेजस्वी यादव खुद उनके खिलाफ प्रचार करेंगे. फिलहाल अब महागठबंधन के दो उम्मीदवारों का एक-दूसरे के आमने-सामने होने पर कितना फायदा या नुकसान होगा यह देखने वाली बात होगी.

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