पीकेसी-ईआरसीपी में चंबल और इसकी सहायक नदियां पार्वती, कालीसिंध, कुनो, बनास, बाणगंगा, रूपरेल, गंभीरी और मेज शामिल हैं। नवनेरा बैराज से पानी गलवा बांध तक लाया जाएगा। यहां दो हिस्सों में ईसरदा बांध और बीसलपुर बांध तक पानी पहुंचेगा। नवनेरा से चंबल नदी पर जल सेतु बनाकर पानी मेज नदी तक आएगा। इससे राजस्थान की 2.80 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई करने के लिए पानी मिलेगा। पहले प्रदेश की सिर्फ 80 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होती थी। लेकिन, अब 2 लाख नया क्षेत्र जोड़ा जाएगा और इसका लाभ 25 लाख किसान परिवारों को होगा। इससे प्रदेश की 40 फीसदी आबादी तक साफ पानी पहुंचेगा।
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न्यूज17 Dec, 202411:52 AMराजस्थान सरकार के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं राजस्थान दौरा
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न्यूज16 Dec, 202410:37 AMप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु समेत सभी दिग्गज नेताओं ने विजय दिवस पर शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
आज का दिन पूरे देश के लिए बेहद ख़ास है क्योंकि साल 1971 में पाकिस्तान के साथ हुई जंग में 16 दिसंबर के दिन ही पाकिस्तानी सेना ने भारत के आगे घुटने टेकते हुए सरेंडर किया था। जिसे पूरा देश विजय दिवस के रूप में मनाता है। इसके साथ ही भारतीय सेना के बल पर ही पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से छुटकारा मिला था।जिसे आज हम सब बांग्लादेश के नाम से जानते है।
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न्यूज15 Dec, 202409:26 AMप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांग्रेस पर बड़ा हमला,कहा- 'सरदार पटेल होते देश के प्रधानमंत्री'
शनिवार को लोकसभा में कहा कि कांग्रेस कमेटियों की इच्छा का पालन किया जाता तो सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते। सदन में "भारतीय संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा" पर दो दिन हुई चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
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न्यूज15 Dec, 202408:44 AMप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिए ऐसे ग्यारह संकल्प जिसका विपक्ष भी नहीं निकल पाएगा कोई तोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए संवैधानिक मूल्यों की भावना के अनुरूप 11 संकल्प पेश किए।
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न्यूज13 Dec, 202412:03 PMसंसद हमले में शहीद हुए जवानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
23 साल पहले आज ही के दिन 13 दिसंबर 2001 को लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन पर आतंकवादियों ने हमला बोल दिया था। हमारे जवानों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए इस हमले को नाकाम कर दिया था। लेकिन, इस हमले में हमारे आठ जवान शहीद हो गए थे।