पीरियड लीव से लेकर हॉस्टल तक…फ्री WiFI से मोहब्बत की दुकान तक, DUSU चुनाव में ABVP-NSUI के वादे देख पार्टियां भी चकरा जाएंगी!
DUSU चुनावों में जितने वादे ABVP और NSUI ने किए हैं उतने तो राजनीतिक पार्टियां भी नहीं करती हैं. दोनों ने छात्रों के लिए वादों का पिटारा खोल दिया. 19 सितंबर को DUSU के चुनाव होंगे.
Follow Us:
दिल्ली यूनिवर्सिटी, जहां सिर्फ पढ़ाई नहीं होती, बल्कि सरकार भी बनती है. यहां छात्र संघ के चुनाव की घड़ी बेहद नजदीक है और जैसे देश की राजनीति में पार्टियां वोटर के लुभाने के लिए वादों का पिटारा खोलती हैं, ठीक वैसे ही ABVP और NSUI दोनों दलों ने भी वादों की लबी फेहरिस्त जारी कर दी.
19 सितंबर को DUSU के चुनाव होंगे. ABVP ने जहां फ्री Wifi और महिला हॉस्टल की सुरक्षा और स्वच्छता पर जोर दिया तो वहीं NSUI ने राहुल गांधी की राह पर चलते हुए कैंपस में मोहब्बत की दुकान खोलने का वादा किया. ABVP ने 5 हजार से ज्यादा छात्रों के सुझाव के आधार पर अपना घोषणापत्र तैयार किया है. इसके बाद वादों की एक लंबी लिस्ट तैयार की गई है.
DUSU चुनाव में ABVP के मेनिफेस्टों में क्या-क्या?
- छात्रों के लिए अनुदानित यानी सरकारी स्वास्थ्य बीमा
- विभिन्न महाविद्यालयों में पंजीकृत शैक्षणिक
- सामाजिक और सांस्कृतिक सोसायटी का बजट बढ़ेगा
- छात्रों के लिए खेल सामग्री और खाने के इंतजाम सुनिश्चितीकरण करना
- कॉलेज परिसर में दिव्यांग छात्रों के लिए एक्सेसबिलिटी ऑडिट की व्यवस्था
- यूनिवर्सिटी के छात्रों को हाई स्पीड फ्री Wifi मुहैया करवाना
- छात्रों के लिए नए हॉस्टल का निर्माण करवाना
- रिसर्च के छात्रों के लिए सुविधाओं के साथ स्कॉलरशिप दिलाने का वादा
- तय समयसीमा में परीक्षाओं के नतीजों की घोषणा करवाने की व्यवस्था
- सभी कॉलेजों में महिला छात्रावासों की स्वच्छता पर विशेष जोर
- पढ़ाई के साथ एक्स्ट्रा कैरिकुलर एक्टिविटीज के लिए सोसायटी का ऐलान
- सभी कॉलेजों में शुद्ध पेयजल और छात्र मार्ग पर प्रति 100 मीटर पर वाटर कूलर मुहैया करवाना
- छात्रों में बढ़ते मानसिक तनाव को दूर करने के लिए समय- समय पर काउंसिलिंग सेशन करवाना
- माइंडफुलनेस सेंटर और सेंट्रल रिसर्च लैब की स्थापना
- एकेडमिक काउंसिल में छात्रों का प्रतिनिधित्व
- DU के 10 हजार से ज्यादा छात्रों को विभिन्न सरकारी-गैरसरकारी संगठनों में इंटर्नशिप दिलाना
- नेट परीक्षा के लिए विशेष विभागीय कक्षाओं का संचालन
- क्षेत्रीय भाषाओं में नोट्स और पाठ्य सामग्री की उपलब्धता
- एक भारत श्रेष्ठ भारत का प्रभावी क्रियान्वयन
- लैंगिक संवेदीकरण कैंप का आयोजन
- ट्रांसजेंडर छात्रों हेतु विशेष छात्रवृत्ति की व्यवस्था जैसे मुद्दे शामिल
महिला सुरक्षा पर खास फोकस
ABVP ने अपने मेनिफेस्टो में महिला सुरक्षा पर खास जोर दिया है. इसके लिए आत्म रक्षा ट्रेनिंग शिविर, पिंक बूथ, महिला सुरक्षा ऐप की लॉन्चिंग, महिला हॉस्टल के आसपास PCR वैन की पेट्रोलिंग, स्थायी DUSU कार्यालय की मांग, ICC चुनाव का आयोजन, गर्ल्स कॉमन रूम की व्यवस्था, सब्सिडाइज हेल्थ इंश्योरेंस की उपलब्धता, हेल्थ कार्ड की उपलब्धता, सभी कॉलेजों में ओपेन जिम की व्यवस्था समेत कई वादे किए.
NSUI के घोषणापत्र में क्या-क्या वादे?
NSUI ने भी अपने मेनिफेस्टो में महिला सुरक्षा पर विशेष जोर दिया है. महिलाओं के लिए अलग से घोषणापत्र जारी किया गया है. जिसमें महिलाओं को 12 दिन पीरियड लीव से लेकर 24 घंटे कंट्रोल रूम बनाने का वादा शामिल है.
NSUI का मोहब्बत की दुकान खोलने का वादा
NSUI ने अपने घोषणा पत्र में कैंपस के अंदर मोहब्बत की दुकान खोलने का वादा किया. इसके साथ-साथ नफ़रत की विचार धारा से मुक्त कैंपस, रियायती पास, मेट्रो के फ्री पास, आरक्षित वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति के अलावा साफ़ सुथरा कैंपस देने जैसे ऐलान शामिल हैं. इसे लेकर कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि इस बार चार की चारों सीट NSUI के खाते में आएंगी.
ABVP और NSUI के प्रत्याशी कौन-कौन?
- ABVP ने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान
- उपाध्यक्ष पद के लिए गोविंद तंवर
- सचिव पद के लिए कुणाल चौधरी
- सह सचिव पद के लिए दीपिका झा को उम्मीदवार बनाया है
- वहीं, NSUI ने अध्यक्ष पद के लिए जोश्लिन नंदिता चौधरी
- उपाध्यक्ष पद के लिए राहुल झांसला
- सचिव पद के लिए कबीर
- सह सचिव के लिए लव कुश बधाना को प्रत्याशी बनाया है
NSUI के लिए क्यों हैं साख का सवाल?
दरअसल, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में NSUI को 7 साल बाद जीत मिली थी. ऐसे में इस बार वह पूरी कोशिश में है कि कॉलेज में उनकी सत्ता बरकरार रहे. साल 2024 में NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद पर जीत हासिल की थी जबकि उपाध्यक्ष और सचिव के पद पर ABVP को जीत हासिल हुई थी. 7 साल बाद NSUI के रौनक खत्री अध्यक्ष बने थे. उन्होंने ABVP उम्मीदवार को करीब दो हजार वोटों से हराया था. ऐसे में NSUI और ABVP दोनों ही कॉलेज की सरकार बनाने के लिए पूरे दमखम के साथ मैदान में डटे हुए हैं और बढ़-चढ़कर वादे कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें