ये कैसी मानसिकता, क्या ये मोदी-मेलोनी के चरित्र हनन का प्रयास नहीं है
क्या हम ये सिध्द करना चाहते हैं कि दो लोगों के बीच एक तरह के ही संबंध हो सकते हैं, ये कैसी मानसिकता, क्या ये चरित्र हनन का प्रयास नहीं है ?
क्या हम ये सिध्द करना चाहते हैं कि दो लोगों के बीच एक तरह के ही संबंध हो सकते हैं, ये कैसी मानसिकता, क्या ये चरित्र हनन का प्रयास नहीं है ?