जो लोग बोलते हैं आतंकियों का धर्म नहीं होता… उन्हें Yogi का जवाब जरूर सुनना चाहिए !
Pahalgam: आतंकियों ने पैंट उतार कर पर्यटकों की पहचान की और जब हिंदू निकले तो चुन-चुन कर 26 हिंदुओं को मार दिया गया लेकिन इसके बावजूद कुछ सेक्युलर नेता राग अलापते हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, ऐसे लोगों को सीएम योगी ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए बता दिया आतंकवादियों का भी धर्म होता है !

जिस कश्मीर को भारत का मुकुट कहा जाता है. जिस कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है. उस कश्मीर को एक बार फिर आतंकवादियों ने जहन्नुम बनाने की कोशिश की. जब मंगलवार को पहलगाम में दिनदहाड़े 25 हिंदुओं को मौत के घाट उतार दिया गया.और इन हिंदुओं को भी ऐसे ही नहीं मारा गया. पहले उनका धर्म पूछा गया.फिर पैंट उतार कर उनकी पहचान की.और जब हिंदू निकले तो चुन-चुन कर 25 हिंदुओं को मार दिया गया. जिनमें एक भी महिला नहीं. सब पुरुष थे.लेकिन इसके बावजूद कुछ सेक्युलर नेता राग अलापते हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता.ऐसे लोगों को सीएम योगी ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए बता दिया. आतंकवादियों का भी धर्म होता है.
साल 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ. आतंकवादी अफजल गुरु निकला. साल 2008 में मुंबई अटैक हुआ.आतंकवादी अजमल कसाब निकला. 2019 में पुलवामा अटैक हुआ. आतंकवादी आदिल अहमद डार निकला. और अब पहलगाम में हिंदुओं का धर्म पूछने कर मारा गया.लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग कहते हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है. ऐसे लोगों को कम से कम एक बार सीएम योगी का बयान सुन लेना चाहिए. जब कुछ ही दिनों पहले एक न्यूज चैनल पर उनसे कहा गया था कि दंगा शुरू करने वाला ना हिंदू होता है ना मुसलमान होता है जिस पर सीएम योगी ने भी डंके की चोट पर दंगाइयों के साथ ही आतंकवादियों का भी धर्म बताते हुए कहा था.
"क्या बात कर रहे हैं आप ? फिर तो लोग कह देंगे कि ISIS के साथ लड़ने वाले लोग ना हिंदू हैं ना मुसलमान हैं फिर उनके लिए फातिहा क्यों पढ़ा जा रहा है ? आप कहते हैं कि आतंकवाद की कोई जाति नहीं होती और रामजन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकवादी जब वहां सुरक्षाबलों के हाथों मारे जाते हैं तो उनके लिए फातिहा पढ़ा जाता है, जिस तरह से अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को समुद्र में डाल दिया उसका पता ही नहीं लगा वैसा ही व्यवहार उनके साथ क्यों नहीं किया जाता ? जब उनकी कोई जाति नहीं, कोई मजहब नहीं, धर्म नहीं तो उनके साथ उसी तरह का व्यवहार करिये, क्यों फिर उन्हें मजहब के दायरे में कैद कर देते हैं"
जो लोग बोलते हैं आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता उन नेताओं को इससे बेहतर जवाब भला और क्या हो सकता है. जब आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता तो उनके लिए फातिहा क्यों पढ़ी जाती है.आतंकवादियों का धर्म बताने वाले सीएम योगी यही नहीं रुके. उन्होंने तो आतंकवादियों का इलाज बताते हुए यहां तक कह दिया कि"जब आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं, कोई मजहब नहीं तो फिर उनके साथ उसी तरह का व्यवहार करिये, मिट्टी का तेल छिड़ कर आग लगा दीजिये और फेंक दीजिये उसको जिससे उसका पता ही ना लगे, फिर ये चीजें अपने आप समाप्त हो जाएंगी"
गुस्से से लाल सीएम योगी का ये बयान बता रहा है कि आतंकवादियों का तो एक ही इलाज है. उन पर मिट्टी का तेल छिड़ कर आग लगा देना चाहिए. जिससे ना बांस रहेगा ना बांसुरी बजेगी. यानि ना तो आतंकवादियों की लाश रहेगी. ना उनके जनाजे उठेंगे.और ना ही उनके जनाजे में भीड़ जुटेगी.जो गुस्सा सीएम योगी के बयान में नजर आ रहा है.वही गुस्सा आज पहलगाम हमले के बाद देश के लोगों में नजर आ रहा है.जिस तरह से आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर हिंदुओं को मारा है. कम से कम अब तो उन सोकॉल्ड सेकुलर नेताओं को ये ज्ञान नहीं देना चाहिए कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है.
पहलगाम में हुई आतंकवादी वारदात से पूरा देश जहां सदमे में है.तो वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार भी इस हमले के बाद लगातार एक्शन में है. मंगलवार को दोपहर में ही आतंकी हमला हुआ और रात होते होते खुद गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली से सीधे कश्मीर पहुंच गये. उधर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी खबर मिलते ही खुद कार चलाते हुए रवाना हुए. जबकि सऊदी दौरे पर गये पीएम मोदी भी अपना दौरा बीच में ही छोड़ कर दिल्ली लौट आए. इसी बात से समझ सकते हैं कि पहलगाम हमले के बाद अब कोई बड़ा एक्शन होने वाला है. और ये एक्शन आतंकवादियों के ताबूत में आखिरी कील साबित हो सकती है. वैसे आपको क्या लगता है.कश्मीर में हो रहे आतंकी हमले का असली इलाज क्या है.