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पहलगाम पर CM योगी को ‘कोस’ रही प्रोफ़ेसर का अंजाम देख लो!

पहलगाम हमले के बीच एक महिला प्रोफेसर का पोस्ट वायरल हुआ था जिसमें वो असली आतंकी पहचानने की बात कर रही थी, अब उस महिला प्रोफ़ेसर पर बड़ा एक्शन लिया गया है। देखिये क्या है पूरी ख़बर।

01 May, 2025
( Updated: 01 May, 2025
12:23 PM )
पहलगाम पर CM योगी को ‘कोस’ रही प्रोफ़ेसर का अंजाम देख लो!

22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में जिस तरह से आतंकी हमला हुआ उसके बाद से ही पूरे देश में ग़ुस्सा है. देशवासी एक तरफा मांग कर रहे हैं कि पाकिस्तान को इस कदर नेस्तनाबूद कर दिया जाए कि उसकी सात पुश्तें याद रखें. दिलचस्प बात ये है कि जिन कश्मीरियों पर लोकल सपोर्ट देने का आरोप लग रहा है, उसी कश्मीर से आवाज़ बुलंद हो रही है कि पाकिस्तानियों के ख़िलाफ़ बॉर्डर पार करके जाने के लिए वो ख़ुद तैयार हैं.


एक तरफ देश की जनता ऐसी दिलदारी दिखा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इसी देश में कुछ ऐसे तबके भी हैं जिन्हें अपनी ही सरकार पर सवाल दागने से फ़ुरसत नहीं है. जिन्हें अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा करना है, भले ही इसका फ़ायदा ऐसे नाज़ुक वक़्त में भी पाकिस्तान उठा ले जाए. क्या ही फ़र्क़ पड़ता है, लेकिन अपनी दकियानुसी सोच रूकनी नहीं चाहिये.

अब आप सोच रहे होंगे कि मैं आपके सामने किसी नेता राजनेता का नाम लूंगी और फिर ये कहकर पल्ला झाड़ लूंगी कि ये तो नेता हैं और इनका तो यही काम है... नहीं जी. इसी बार नाम किसी Politician का नहीं है. दिलचस्प बात तो यही है कि विपक्षी दल में सरकार के साथ, उनके फ़ैसले के साथ कदम से कदम मिलाते हुए नज़र आ रहे हैं. फिर कौन हैं ये लोग जिनका मैं ज़िक्र कर रही हूं? ये लोग हैं अपने ही देश की जनता. वो सेक्युलर हिंदू जो देश के लिए, देश के हिंदू के लिए किसी जिहादी जैसे ख़तरे से कम नहीं हैं.

अभी कुछ दिनों से आप नेहा सिंह राठौड़ की ख़बरें देख रहे होंगे. नेहा ने 22 अप्रैल के बाद से ही मोर्चा खोला हुआ है. क़सम खा ली है, विपक्षी दल विरोध नहीं करेंगे तो क्या, हम करेंगे. नेहा के विरोध का हवाला देकर पाकिस्तान भी भारत के ख़िलाफ़ बहुत कुछ बोल रहा है. लेकिन नेहा को इससे क्या फ़र्क़ पड़ता है? लेकिन बात सिर्फ़ नेहा सिंह राठौड़ तक ही सीमित नहीं है. एक ऐसी ही महिला प्रोफ़ेसर भी सामने आई जिसके एक पोस्ट से जैसे पाकिस्तान को सहारा मिल गया. इस महिला के पोस्ट के आधार पर पाकिस्तान ने भी भारत के ख़िलाफ़ खूब एजेंडा चलाया.

अब इस महिला के ख़िलाफ़ एक्शन हुआ तो बिलबिला गये कुछ सो कॉल्ड सेक्युलर गैंग वाले लोग... क्या है ये पूरी ख़बर, आइये विस्तार से समझिये. गौर से देखिये इस चेहरे को. आपके लिये ये चेहरा जाना पहचाना हो सकता है, क्योंकि अकसर कई मुद्दों पर मोदी सरकार पर सवाल उठाना इन मोहतरमा का काम है. चलिये अपनी बात रखना, सरकार से सवाल पूछना ठीक है. लेकिन… ऐसे वक़्त में जब भारत ने हाल ही में गंभीर आतंकवादी हमला झेला है, ऐसा हमला जिसने हर किसी को अंदर तक झकझोर कर रख दिया था. ऐसे वक़्त में जब पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध की बात कही जा रही है. ऐसे वक़्त में तो कम से कम सरकार का समर्थन करना अपने देश को समर्थन करने जैसा है, नहीं?

लेकिन नहीं… ये मोहतरमा ढूँढ लाई धर्म का मुद्दा और सीधा योगी सरकार को टारगेट करने लगी. ऐसा पोस्ट लिखा जिसे भारत में तो किसी ने तवज्जो नहीं दी, लेकिन पाकिस्तान वालों के लिए जैसे बड़े हथियार के तौर पर काम कर गया. पहलगाम हमले के अगले दिन ही इन So-called professor ने लिखा था – "धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है और धर्म पूछकर लिंच करना, धर्म पूछकर नौकरी से निकालना, धर्म पूछकर घर ना देना, धर्म पूछकर घर बुलडोज करना वगैरह वगैरह भी आतंकवाद है. असली आतंकी को पहचानो."

मतलब सीधे सीधे इस महिला प्रोफेसर ने योगी सरकार पर तंज कसा था.

इस पोस्ट के तुरंत बाद पहले तो लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हंगामा किया. उनका कहना था कि ऐसे प्रोफेसर से हमें आजादी चाहिये. छात्रों ने कुलपति से मुलाकात की और प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. छात्रों ने दो तीन दिन ऐसा हंगामा काटा कि अब लखनऊ यूनिवर्सिटी ने भी प्रोफेसर को नोटिस भेजा है और पूछा है कि आपके खिलाफ कार्रवाई क्यों ना की जाए. 5 दिन के अंदर अंदर जवाब देने के लिए कहा है. लखनऊ यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार विद्यानंद त्रिपाठी ने महिला प्रोफेसर जिनका नाम डॉ माद्री काकोटी है, उनके खिलाफ ये कड़ा एक्शन लिया है.

कारण बताओ नोटिस में ये भी लिखा गया है कि आपने ऐसा पोस्ट किया जिससे विश्वविद्यालय और देश की छवि धूमिल होने की संभावना है. हालांकि एक इंटरव्यू में अपना पक्ष रखते हुए डॉ माद्री ने कहा कि तय समय में इसका जवाब दिया जाएगा. अब आप ख़ुद सोचिये कि ये वो लोग हैं जो मोदी को तानाशाह बताते हैं, कहते हैं कि हमें बोलने की आज़ादी नहीं है. ये लोग कितना कितना बोल जाते हैं.

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