दिल्ली ब्लास्ट पर सियासत… कांग्रेस नेता हुसैन का विवादित बयान, BJP ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, मचा घमासान!
Politics over Delhi blast: कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई द्वारा दिल्ली ब्लास्ट पर विवादित बयान के बाद राजनीति जैसे ही गरमाई तो BJP प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
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क्या किसी भी आतंकी घटना को जस्टिफाई किया जा सकता है? क्या किसी भी आतंकी घटना का राजनीतिकरण ठीक है? क्या आतंकी घटना में मारे गए निर्दोषों की लाशों पर सियासत मानवीय संवेदनाओं को तार-तार नहीं करता? हां, बिल्कुल करता है, लेकिन विडंबना ये है कि आतंकी हमले में शिकार हुए लोगों की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं होती कि कुछ राजनीतिज्ञ इसपर राजनीति करके अपनी रोटियां सेंकने में लग जाते हैं. फ़िलहाल, दिल्ली ब्लास्ट के बाद कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. एक तरफ पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली ब्लास्ट के बाद कुछ नेताओं ने ऐसा बयान दे दिया है कि राजनीति शुरू हो गई है. वैसे एक कहावत भी आपने सुनी ही होगी कि कुछ लोग ‘आपदा’ में ‘अवसर’ ढ़ूंढते हैं.
कांग्रेस नेता के बयान पर मचा घमासान
पुरानी दिल्ली स्थित लाल किले के नजदीक हुए ब्लास्ट के बाद एक तरफ आतंकियों के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है, गिरफ्तारियां हो रही हैं. वहीं दूसरी तरफ कुछ नेता हैं कि इस पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं. दरअसल, कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई ने दिल्ली ब्लास्ट पर एक विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि यह धमाका कश्मीर में हो रहे अन्याय का नतीजा हो सकता है. इसके अलावा कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि चुनाव के समय ही ब्लास्ट क्यों होते हैं? इस बयान के बाद जैसे ही सियासत गरमाई तो बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस नेता को आड़े हाथों ले लिया.
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी की तीखी प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता हुसैन दलवाई के विवादित बयान के बाद राजनीति जैसे ही गरमाई तो बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की यह पुरानी आदत है कि वह ऐसे बयान देती है ताकि कुछ खास समूहों को ख़ुश कर सके’. उन्होंने ये भी याद दिलाया कि पहले भी कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ‘होम-ग्रोनटेररिस्ट’ की बात कही थी.
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने क्या कहा था?
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दरअसल, पी. चिदंबरम ने अभी हाल ही में एक पोस्ट किया था कि देश में दो तरह के आतंकी है, एक वो हैं जो विदेश से आए हैं और दूसरे इसी देश में पैदा हुए हैं. उन्होंने आगे कहा, हमें यह समझना होगा कौन सी परिस्थिति में पढ़े-लिखे लोग भी आतंक की राह में आगे बढ़ रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों महबूबा मुफ्ती ने भी कहा था कि, ‘सरकार दावा करती है कि कश्मीर में सब कुछ ठीक है, लेकिन कश्मीर की समस्याएं दिल्ली तक पहुँच गईं. अगर एक पढ़ा-लिखा युवा RDX बांधकर ख़ुद को और दूसरों को मार देता है तो इसका मतलब है कि देश में सुरक्षा व्यवस्था कमजोर हो रही है.’
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