धनखड़ के इस्तीफे पर सियायत जारी, खटपट के बीच लोकसभा स्पीकर से मिले अमित शाह, आखिर पर्दे के पीछे क्या चल रहा?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की है. बता दें कि उपराष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद देश भर में सियासत जारी है.
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मुलाकात लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से हुई है. बता दें कि जगदीप धनखड़ के अचानक से इस्तीफे के बाद देश की सियायत में पक्ष और विपक्ष के बीच बहस जारी है. उनकी इस्तीफे पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच अमित शाह का ओम बिरला के साथ मिलना कुछ बड़ा करने का इशारा दे रहा है.
लोकसभा स्पीकर से मिले गृहमंत्री अमित शाह
बता दे कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की है. खबर है कि इस मुलाकात में संसद के दोनों सदनों में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे न्यायाधीश यशवंत वर्मा को उनके पद से हटाने के प्रस्ताव को स्वीकार करने की तैयारी चल रही है. उसके अलावा जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग भी लाने की चर्चा तेज है.
जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी
बता दें कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ लोकसभाध्यक्ष को महाभियोग लाने का नोटिस सौंपे जाने के कुछ घंटों बाद ही वरिष्ठ मंत्रियों ने सोमवार को संसद परिसर स्थित बिरला के कार्यालय में भी उनसे मुलाकात की थी. उस दौरान संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि विभिन्न दलों के 152 सांसदों ने नोटिस पर हस्ताक्षर किए हैं.
विपक्ष के प्रस्ताव को राज्यसभा में स्वीकार किया गया
वहीं प्रस्ताव के लिए विपक्ष द्वारा पेश एक नोटिस को राज्यसभा में भी स्वीकार किया गया था. बताया जा रहा है कि सभापति धनखड़ ने विपक्षी दलों के नोटिस को स्वीकार कर उस पर आगे की कार्यवाही के लिए राज्यसभा के महासचिव को निर्देश भी दे दिया था. इस प्रस्ताव पर विपक्ष के सांसदों के भी दस्तखत थे.
धनखड़ से केंद्र सरकार नाराज
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, धनखड़ के अचानक से इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार उनसे नाराज चल रही है. यही वजह है कि उनके द्वारा बुलाई गई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में न तो जेपी नड्डा पहुंचे और न ही संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू पहुंचे.
राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से पद छोड़ना पड़ा?
वहीं इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि धनखड़ को किन्हीं राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से पद छोड़ना पड़ा. वहीं महाभियोग प्रस्ताव पर दोनों सदनों के मिलकर काम करने की उम्मीद जताई जा रही है. अमित शाह की ओम बिरला से मुलाकात भी यही इशारा कर रही है कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ लोकसभा में महाभियोग पेश कर सरकार के खाते में एक और उपलब्धि अर्जित की जाए.
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